Big reveal:इंदौर/गुवाहाटी/शिलॉन्ग | इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस ने अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, हत्या की पहली योजना असम के गुवाहाटी में बनाई गई थी, लेकिन वहां असफल होने के बाद आरोपियों ने राजा को शिलॉन्ग बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
🧠 मास्टरमाइंड निकला प्रेमी, पत्नी भी बराबरी की साझेदार
SP विवेक स्येम के अनुसार, हत्या का मास्टरमाइंड सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाह है, जिसे सोनम “दीदी” कहती थी। पुलिस का दावा है कि सोनम इस साजिश में बराबर की भागीदार रही और शादी से 11 दिन पहले ही राजा की हत्या की योजना तैयार हो चुकी थी।
🛫 हनीमून के बहाने गुवाहाटी ले जाकर मारने का प्लान
राज और सोनम ने मिलकर तय किया था कि शादी के बाद हनीमून ट्रिप के बहाने राजा को गुवाहाटी ले जाया जाएगा और वहीं हत्या कर दी जाएगी। इसके लिए विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी 19 मई को पहले ही गुवाहाटी पहुंच गए थे।
यहां उन्होंने ‘दाव’ (पेड़ काटने वाला धारदार हथियार) भी खरीद लिया था, लेकिन किसी कारणवश वहां हत्या नहीं हो सकी। इसके बाद सोनम ने राजा को शिलॉन्ग चलने के लिए मनाया।
🔪 हत्या की पूरी टाइमलाइन
- 21 मई: राजा और सोनम शिलॉन्ग पहुंचे, बालाजी गेस्ट हाउस में रुके।
- 22 मई: वे सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे, रात एक होम स्टे में गुजारी।
- 23 मई: सुबह सुनसान इलाके में विशाल, आकाश और आनंद ने सोनम के साथ मिलकर राजा की हत्या कर दी।
हत्या के बाद सोनम ने वहां से बुर्का पहनकर भागने का प्लान तैयार किया था।
📍 हत्या के बाद का सोनम का सफर
- सोनम 23 मई को गुवाहाटी से सिलीगुड़ी, पटना होते हुए लखनऊ और फिर इंदौर लौटी।
- 7 जून तक वह इंदौर में राज के दिलाए किराए के कमरे में छिपी रही।
- 2 जून को राजा की लाश मिलने के बाद, सोनम ने गाजीपुर के एक ढाबे में पनाह ली।
- पुलिस प्रेशर के बाद वह सिलीगुड़ी जाकर पीड़ित बनने की कहानी रचने की योजना में थी, ताकि भाई गोविंद के संदेह को सही साबित कर सके।
🚨 SP स्येम ने साफ किया: “सुपारी मर्डर नहीं था”
पुलिस की पूछताछ में यह भी साफ हुआ कि हत्या पैसों के लिए नहीं, बल्कि राज और सोनम के रिश्ते को रास्ता देने के लिए की गई।
- राज के दोस्त विशाल, आकाश और आनंद इस साजिश में इसलिए शामिल हुए क्योंकि वे उसे उसकी प्रेमिका तक पहुंचाना चाहते थे।
- सोनम ने इन तीनों को ₹15,000 दिए, लेकिन यह सुपारी नहीं बल्कि यात्रा और रहने के खर्च के लिए था।
📱 सोशल मीडिया से सर्च ऑपरेशन पर नजर
पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि 2 जून को जब राजा की लाश मिली, उस वक्त सोनम इंदौर में थी और सोशल मीडिया से सर्च ऑपरेशन की पूरी जानकारी रख रही थी।
वह इस सर्च ऑपरेशन को अपने फर्जी अपहरण की कहानी में फिट करने के लिए प्लान कर रही थी।
🔚 आगे की कार्यवाही
पांचों आरोपी शिलॉन्ग के सदर थाने में पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस अब डिजिटल एविडेंस, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), सोशल मीडिया चैट्स और ट्रैवल हिस्ट्री** के ज़रिए चार्जशीट को अंतिम रूप दे रही है।
पुलिस इस मामले को जल्द ही मध्यप्रदेश पुलिस को ट्रांसफर कर सकती है ताकि आगे की सुनवाई इंदौर कोर्ट में हो सके।
📌 सम्पूर्ण निष्कर्ष
- हत्या का प्रथम प्रयास गुवाहाटी में फेल हुआ
- शिलॉन्ग में सुनसान जगह पर किया गया मर्डर
- सोनम पूरी तरह योजना में शामिल, अपहरण की फर्जी कहानी भी गढ़ ली थी
- यह प्रेम-संबंध आधारित प्लान था, सुपारी किलिंग नहीं
- साभार…
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