CEC: इस नियुक्ति के कई महत्वपूर्ण पहलू हैं, जो चुनाव आयोग की स्वतंत्रता, सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामला और राजनीतिक बहस से जुड़े हैं।
मुख्य बिंदु:
✅ नया मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC):
- नाम: ज्ञानेश कुमार (1988 बैच, IAS)
- कार्यकाल: 26 जनवरी 2029 तक
- पहले CEC, जो नए कानून के तहत नियुक्त हुए
✅ अन्य नियुक्तियाँ:
- विवेक जोशी (1989 बैच, IAS) – नए चुनाव आयुक्त
- सुखबीर सिंह संधू – चुनाव आयुक्त पद पर बरकरार
✅ आगामी चुनाव:
- 4 साल में 20 राज्यों और 1 केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव
- बिहार से शुरुआत, मिजोरम में अंतिम चुनाव
✅ नियुक्ति पर विवाद:
- राहुल गांधी ने नामों पर विचार करने से इनकार किया
- सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित, फिर भी सरकार ने नियुक्ति की
- कांग्रेस और विपक्ष ने चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए
चुनाव आयोग में आयुक्तों की संख्या का इतिहास:
📌 1947-1989: केवल मुख्य चुनाव आयुक्त
📌 1989: राजीव गांधी सरकार ने दो और आयुक्त नियुक्त किए
📌 1990: वीपी सिंह सरकार ने आयोग को फिर से एक सदस्यीय बना दिया
📌 1993: नरसिम्हा राव सरकार ने फिर से तीन सदस्यीय चुनाव आयोग बनाया (जो अब तक बरकरार है)
चुनौतियाँ और प्रभाव:
- चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल – क्या यह सरकार के प्रभाव में आएगा?
- सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई महत्वपूर्ण होगी – क्या नियुक्ति को चुनौती दी जाएगी?
- आगामी लोकसभा चुनाव 2024 – चुनाव आयोग की भूमिका पर पैनी नजर रहेगी
आपको क्या लगता है, क्या यह नियुक्ति निष्पक्ष रही, या सरकार ने जल्दबाजी की?
source internet… साभार….
Leave a comment