नकली सोने की गिन्नी बेचने वाला गिरोह बेनकाब, दो सदस्य गिरफ्तार
बैतूल: थाना बीजादेही पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली सोने की गिन्नी बेचकर देशभर में करोड़ों की ठगी करने वाले एक अंतर्राज्यीय संगठित ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 250 नकली सोने की गिन्नियां, दो मोबाइल फोन तथा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।
मामले का खुलासा कैसे हुआ

दिनांक 5 अप्रैल 2025 को थाना बीजादेही क्षेत्रांतर्गत ग्राम झिरियाडोह के जंगल में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ग्रामीणों को नकली गिन्नियां असली बताकर ऊंची कीमतों पर बेचने की सूचना मिली थी। विश्वसनीय मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर थाना बीजादेही में फरियादी की रिपोर्ट पर प्रकरण क्रमांक 38/25 दर्ज किया गया। यह मामला भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 318(2), 338, 336(3), 3(5) के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई।
गिरफ्तार आरोपी

छानबीन एवं तकनीकी निगरानी के आधार पर पुलिस ने 6 अप्रैल को निम्न दो आरोपियों को धर दबोचा:
रुप सिंह, पिता गेंदलाल कलमे, उम्र 40 वर्ष, निवासी ग्राम झिरनापुरा, थाना सिवनी मालवा, जिला नर्मदापुरम
अजीत राठौड़ (पारधी), पिता लेहशुन राठौड़, उम्र 40 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 10, जेल के पीछे, सिवनी मालवा, जिला नर्मदापुरम
बरामद सामग्री

गिरफ्तारी के समय आरोपियों के पास से पुलिस ने
250 नकली सोने की गिन्नियां
2 मोबाइल फोन
अन्य नकली आभूषण और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की।
प्रारंभिक पूछताछ में बड़ा खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे एक संगठित ठग गिरोह के सदस्य हैं, जो मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में लोगों को ठग चुके हैं। गिरोह खासतौर पर भोले-भाले ग्रामीणों को निशाना बनाता है।
गिरोह की ठगी की कार्यप्रणाली
ये आरोपी बस स्टैंड, मंदिरों, रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर लोगों से संपर्क बनाते हैं। फिर दावा करते हैं कि उन्हें खेत या रास्ते में सोने की गिन्नियां मिली हैं जिन्हें वे सस्ते दाम में बेचना चाहते हैं।शुरुआत में एक असली गिन्नी देकर विश्वास दिलाया जाता है।सौदा तय होते ही नकली गिन्नियां देकर लोगों से लाखों की ठगी की जाती है।अक्सर सौदे के लिए सुनसान जंगलों या नेटवर्कविहीन स्थानों को चुना जाता है ताकि कोई शक न हो।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झारिया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी के निर्देशन में कई टीमें गठित की गई हैं।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस सफलता का श्रेय थाना बीजादेही पुलिस की तत्परता, मजबूत सूचना तंत्र और तकनीकी विश्लेषण को जाता है।
विशेष भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मी एसडीओपी शाहपुर मयंक तिवारी
थाना प्रभारी बीजादेही: उनि. रवि शाक्य सउनि: जी. पी. बिल्लोरे प्रधान आरक्षक: परसराम देवड़ा आरक्षक: मिथिलेश उइके साइबर सेल बैतूल की तकनीकी सहायता भी उल्लेखनीय रही।
पुलिस की आमजन से अपील
बैतूल पुलिस आम नागरिकों से अपील करती है कि किसी भी सस्ती दर में सोना अथवा अन्य मूल्यवान वस्तुएं बेचने के प्रलोभन में न आएं। इस प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस थाने को दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
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