Wednesday , 9 April 2025
Home Uncategorized Cultural: रावण के बेटे और बहू के सामने सिर पटकने आते हैं लोग
Uncategorized

Cultural: रावण के बेटे और बहू के सामने सिर पटकने आते हैं लोग

रावण के बेटे और बहू के सामने

Cultural:बैतूल : यह परंपरा भारत की विविध और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक अनोखा उदाहरण है। रावण के बेटे मेघनाद और उनकी पत्नी सुलोचना की पूजा करना, विशेष रूप से बैतूल में, लोक आस्था और धार्मिक मान्यताओं का प्रमाण है।

🛕 पारंपरिक मान्यताएँ और अनोखी प्रथाएँ

  • मेघनाद और सुलोचना की पूजा:
    ग्रामीणों का विश्वास है कि मेघनाद की पूजा करने से संकट टल जाते हैं और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
  • सिर पटकने की प्रथा:
    यह एक आस्था और भक्ति का प्रतीक है, जिसे लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अपनाते हैं।
  • कद्दू बलि और प्रसाद:
    पूजा के दौरान कद्दू की बलि दी जाती है और उसके टुकड़े प्रसाद के रूप में लोगों में बांटे जाते हैं। लोग इसे बीमारियों के इलाज और पशु-धन की रक्षा के लिए उपयोग करते हैं।

🧑‍🌾 किसानों की आस्था

किसान अच्छी फसल की कामना लेकर मेघनाद बाबा की पूजा करते हैं। फसल अच्छी होने पर वे पुनः आकर प्रसाद चढ़ाकर धन्यवाद देते हैं।

📜 पौराणिक मान्यताओं की झलक

मेघनाद को महाभारत और रामायण में एक शक्तिशाली योद्धा के रूप में दर्शाया गया है। उनकी पत्नी सुलोचना को सतीत्व और निष्ठा का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में उनकी पूजा करना उस सतीत्व और वीरता की मान्यता को दर्शाता है।

source internet…  साभार…

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Medical College: मध्यप्रदेश कैबिनेट का बड़ा फैसला: निजी मेडिकल कॉलेज को 1 रुपए में जमीन

निजी मेडिकल कॉलेज को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन Medical College: भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ....

Dignity of life: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न, भण्डारा कल

Dignity of life: बैतूल। नगर के देशबंधु वार्ड टिकारी स्थित श्री राम...

Session: अहमदाबाद में शुरू हुआ कांग्रेस का 84 वाँ अधिवेशन

सोनिया-राहुल और मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे Session: अहमदाबाद(ई-न्यूज)। कांग्रेस का 84 वाँ अधिवेशन...

Report: बीजेपी को मिले 2064, कांग्रेस को 190 करोड़

राष्ट्रीय राजनैतिक दलों को मिले चंदे की रिपोर्ट में हुआ खुलासा Report:...