प्राण प्रतिष्ठा समारोह 3 जून से
Dignity of life: अयोध्या: अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की भव्य संगमरमर प्रतिमा 23 मई 2025 को स्थापित की जा रही है। यह प्रतिमा जयपुर में तैयार की गई है और मकराना के श्वेत संगमरमर से बनी है।
राम दरबार का स्वरूप:
इस प्रतिमा में:
- भगवान श्रीराम और माता सीता सिंहासन पर विराजमान हैं।
- लक्ष्मण और शत्रुघ्न, भगवान राम के पीछे खड़े होकर चंवर डोलाते हुए सेवा कर रहे हैं।
- भरत और हनुमान जी, प्रभु राम के चरणों में बैठे हैं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह:
- यह धार्मिक अनुष्ठान 3 जून से 5 जून तक चलेगा।
- मुख्य कार्यक्रम 5 जून को आयोजित होगा।
- समारोह के अंतर्गत मंदिर परिसर में बने 7 अन्य मंदिरों की मूर्तियों की प्रतिष्ठा भी की जाएगी।
दर्शन व्यवस्था:
- राम दरबार के दर्शन के लिए रोज़ 750 लोगों को ही अनुमति मिलेगी।
- प्रति घंटे सिर्फ़ 50 पास ही जारी किए जाएंगे।
प्रशासनिक निर्णय:
- राज्य या केंद्र सरकार के किसी विशिष्ट व्यक्ति को इस बार आमंत्रित नहीं किया जाएगा।
- ट्रस्ट केवल आध्यात्मिक गुरुओं को आमंत्रित करने पर विचार कर रहा है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- इससे पहले, 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की थी।
- अब, राम दरबार की प्रतिमा अयोध्या में स्थापित होने से श्रद्धालुओं को कालेराम मंदिर (जहां पहले ऐसा ही राम दरबार था) जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
विशेष जानकारी:
- श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार, 5 जून तक मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।
- एक सप्ताह के भीतर राम दरबार के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
यह राम दरबार न केवल श्रद्धा का प्रतीक बनेगा, बल्कि राम मंदिर में आध्यात्मिक ऊर्जा का एक और केंद्र भी होगा।
साभार…
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