Dussehra Fair:कोटा। 132वें राष्ट्रीय दशहरा मेले में इस बार इतिहास रचने की तैयारी पूरी हो चुकी है। मेले में 221 फीट ऊंचा रावण खड़ा कर दिया गया है, जो न केवल भारत का बल्कि दुनिया का सबसे ऊंचा रावण पुतला माना जाएगा। इसे बनाने में लगभग 44 लाख रुपए की लागत और चार महीने का समय लगा है।
विश्व रिकॉर्ड की ओर कोटा
अब तक दिल्ली में 210 फीट का रावण रिकॉर्डधारी था। 2019 में चंडीगढ़ में 221 फीट का रावण खड़ा नहीं हो सका था। लेकिन कोटा का यह पुतला सफलतापूर्वक खड़ा हो गया है। दिल्ली से आई एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने इसकी माप लेकर पुष्टि की है।
विशालकाय रावण की खासियतें
- ऊंचाई: 221 फीट
- वजन: 13,000 किलो
- चेहरा: 25 फीट का, फाइबर ग्लास से बना, तीन क्विंटल वजनी
- मुकुट: 60 फीट, रंग-बिरंगी एलईडी लाइटों से सजा
- तलवार: 50 फीट लंबी
- जूतियां: 40 फीट
- पुतले में 25 रिमोट कंट्रोल पॉइंट्स और 15,000 ग्रीन पटाखे लगाए गए हैं।
कारीगर तेजेंद्र चौहान के अनुसार, लंबाई बढ़ने से इस बार रावण का स्वरूप और ज्यादा स्लिम और रौबदार दिखाई दे रहा है। बड़ी मूंछें और एलईडी सजावट इसे और आकर्षक बनाती हैं।
सॉलिड फाउंडेशन पर खड़ा किया गया
विशाल आकार को देखते हुए इस बार दहन स्थल बदलकर मैदान के पूर्वी हिस्से में बनाया गया है। यहां 26×24 फीट का आरसीसी फाउंडेशन तैयार किया गया है। 220 टन और 100 टन की हाइड्रोलिक क्रेन की मदद से इसे खड़ा किया गया।
मेघनाथ और कुंभकरण भी तैयार
रावण के साथ 60-60 फीट ऊंचे मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले भी बनाए गए हैं। इनमें भी ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल होगा।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुतले के आसपास 150 फीट की परिधि में सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मंगलवार से आतिशबाजी की शुरुआत होगी।
साभार..
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