Online appearance: भोपाल | मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक राहतभरी खबर सामने आई है। अब राज्य के डॉक्टरों को न्यायालयीन मामलों में गवाही या पेशी के लिए फिजिकली कोर्ट में हाजिर नहीं होना पड़ेगा। जेपी अस्पताल में तैयार किया जा रहा ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस हॉल डॉक्टरों को वर्चुअल उपस्थिति की सुविधा देगा। यह व्यवस्था प्रदेश के हाईकोर्ट के निर्देश पर की जा रही है, जिसके तहत हर जिला अस्पताल में एक डिजिटल कॉन्फ्रेंस हॉल की स्थापना की जा रही है।
🔹 प्रमुख बातें:
- जेपी अस्पताल बना पहला मॉडल: भोपाल का जेपी अस्पताल प्रदेश का पहला जिला अस्पताल है, जहां यह सुविधा शुरू हो रही है।
- हफ्तेभर में तैयार होगा हॉल: अधीक्षक कक्ष के बगल में कॉन्फ्रेंस हॉल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। एक सप्ताह में काम पूरा होने की उम्मीद है।
- हाईकोर्ट का निर्देश: राज्य के सभी जिला अस्पतालों को वर्चुअल पेशी के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल बनाने का निर्देश हाईकोर्ट ने दिया है।
- विभागीय रिपोर्टिंग: स्वास्थ्य विभाग सभी जिलों से रिपोर्ट मंगा रहा है कि कितने अस्पतालों में यह कार्य पूरा हो चुका है और कहां लंबित है।
🔹 प्रशासन की प्रतिक्रिया:
जेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया:
“यह कॉन्फ्रेंस हॉल हाईकोर्ट के निर्देश पर बनाया जा रहा है। इससे डॉक्टरों को कोर्ट जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उनका कीमती समय बचेगा।”
🔹 डॉक्टरों को क्या होगा फायदा?
- अस्पताल के कार्यों में बाधा नहीं आएगी
- लंबी दूरी तय कर कोर्ट जाने से मुक्ति
- पेशी के दौरान ओपीडी/आपातकालीन सेवाओं पर असर नहीं पड़ेगा
- न्यायिक प्रक्रिया में डॉक्टरों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित होगी
इस निर्णय से न केवल डॉक्टरों को राहत मिलेगी, बल्कि मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं भी निर्बाध रूप से जारी रह सकेंगी।
साभार…
Leave a comment