इलेक्ट्रॉनिक्स हो सकते हैं सस्ते, चीनी कंपनियों ने इंडियन मैन्युफैक्चरर्स को दी छूट
Effect: नई दिल्ली: अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर के चलते दुनिया की सप्लाई चेन में एक बार फिर से हलचल मच गई है। एक ओर जहां टैरिफ की मार से अमेरिकी बाजार में चीनी सामान महंगे हो गए हैं, वहीं इसका एक अप्रत्याशित फायदा भारतीय उपभोक्ताओं को मिल सकता है।
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स हो सकते हैं सस्ते
चीनी इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स ने भारतीय कंपनियों को 5% तक की छूट देना शुरू कर दिया है। इसका मकसद घटती ग्लोबल डिमांड को संभालना है। विशेषज्ञों के अनुसार, इंडियन मैन्युफैक्चरर्स इस डिस्काउंट का कुछ हिस्सा उपभोक्ताओं तक पास कर सकते हैं, जिससे टीवी, फ्रिज, स्मार्टफोन जैसे कई प्रोडक्ट्स के दाम घट सकते हैं।
अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर का टाइमलाइन और असर
तारीख | घटनाक्रम | कुल टैरिफ (चीन पर) |
---|---|---|
2 अप्रैल, 2025 | अमेरिका ने 54% टैरिफ लगाया | 54% |
4 अप्रैल, 2025 | चीन ने जवाबी कार्रवाई में 34% टैरिफ लगाया | 101% |
8 अप्रैल, 2025 | ट्रम्प ने 50% अतिरिक्त टैरिफ की धमकी दी | 104% |
9 अप्रैल, 2025 | अमेरिका ने वाकई में 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाया | 104% |
9 अप्रैल, 2025 | चीन ने 50% और टैरिफ लगाया | 151% |
9 अप्रैल, 2025 | अमेरिका ने और 21% टैरिफ लगा दिया | 125% (फाइनल) |
अब चीन का $100 का सामान अमेरिका में $225 में बिकेगा। इससे वहां इसकी डिमांड घटेगी, और चीनी कंपनियां वैकल्पिक बाजार खोजने पर मजबूर हो जाएंगी – जैसे भारत।
प्रेसिडेंट ट्रम्प का बयान
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा:
“जब आप अमेरिका पर प्रहार करेंगे, तो राष्ट्रपति ट्रम्प और अधिक प्रहार करेंगे।”
भारत के लिए ये क्यों है फायदेमंद?
- चीन को अमेरिका से एक्सपोर्ट घटने का डर है, इसलिए भारतीय कंपनियों को डिस्काउंट देकर वे अपना मटेरियल बेचने की कोशिश कर रहे हैं।
- इससे भारत में बनने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट घट सकती है।
- कंपनियां ये बचत कंज्यूमर तक पास करें, तो भारत में इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की कीमतें गिर सकती हैं।
क्या ट्रेड वॉर खत्म होगा?
अमेरिका और चीन दोनों इस टकराव को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि चीन फिलहाल सौदेबाजी में दिलचस्पी नहीं ले रहा और इसलिए तनाव जल्द खत्म होने के आसार कम हैं।
वेंडी कटलर, अमेरिका की पूर्व ट्रेड अधिकारी और एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट की वाइस प्रेसिडेंट कहती हैं: “यह कोई आसान रास्ता नहीं होगा।”
अमेरिका-चीन टकराव वैश्विक ट्रेड को प्रभावित कर रहा है।
- भारत को इससे कम कीमत वाले इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का फायदा मिल सकता है।
- ये मौका भारतीय कंपनियों के लिए ग्रोथ का नया रास्ता बन सकता है।
- साभार…
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