Exposed: लखनऊ/बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के रेहरा माफी गांव से जुड़े छांगुर उर्फ जलालुद्दीन बाबा के धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद प्रदेश और देशभर में सनसनी फैल गई है। UP-ATS की जांच में सामने आया है कि बाबा और उसके सहयोगियों ने 5 राज्यों में 1500 से ज्यादा लोगों की टीम बनाकर 5 हजार से अधिक महिलाओं को निशाना बनाया। इनमें ज़्यादातर 30 वर्ष से कम उम्र की हिंदू लड़कियाँ थीं।
📌 5 जुलाई को गिरफ्तारी, 106 करोड़ के ट्रांजैक्शन की जांच
5 जुलाई 2025 को छांगुर बाबा को उसकी प्रमुख सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के साथ लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। जांच एजेंसियों को बाबा के बैंक खातों में 106 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध ट्रांजैक्शन के सबूत मिले हैं। ATS को शक है कि ये रैकेट विदेशी फंडिंग और धार्मिक कट्टरता फैलाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा था।
🎙️ पीड़िता की आपबीती: “मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल थी वो निकाह”
31 वर्षीय रानी (बदला हुआ नाम), जो अब अलीना बन चुकी हैं, इस रैकेट का पहला बड़ा चेहरा बनकर सामने आई हैं।
उन्होंने NDTV और जांच एजेंसियों को दिए बयानों में बताया कि 2019-20 के दौरान उन्हें कैसे छांगुर बाबा के प्रभाव में लाकर उनका ब्रेनवॉश किया गया और अंततः धोखे से धर्म बदलवाकर निकाह करा दिया गया।
“बाबा ने कहा कि इस्लाम कबूल लोगी तो हमेशा खुश रहोगी। उसने वादा किया था कि पैसा, ऐशोआराम मिलेगा। लेकिन सच ये है कि मैंने अपना सब कुछ खो दिया। अब न परिवार है, न दोस्त। मैं अकेली लड़ रही हूं।”
👥 रैकेट का नेटवर्क: ‘गुड़िया’, ‘नीतू’ और ‘अबू’ जैसे नामों की भूमिका
रानी ने बताया कि इस रैकेट में बाबा की सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन, जो पहले हिंदू थीं, बड़ी भूमिका में थीं।
- उन्होंने लड़कियों को यह कहकर गुमराह किया कि “इस्लाम में काफिर हिंदू लड़की से शादी करना हज का सबाब है।”
- बाबा से मिलने की भूमिका में गुड़िया उर्फ उमेर अकीबा और अबू अंसारी जैसे लोग भी शामिल थे, जो पहले खुद को हिंदू बताकर पीड़िता के विश्वास में आए।
🧠 ब्रेनवॉश और मजबूरी में निकाह
रानी के मुताबिक, अबू अंसारी और उसके परिवार ने दबाव बनाकर निकाह कराया।
“मैं मना करती रही, लेकिन कहा गया कि तुम अपने धर्म पर रह सकती हो, निकाह स्पेशल मैरिज एक्ट में रजिस्टर करा देंगे। इसी झांसे में मैंने हामी भर दी।”
“निकाह के वक्त छांगुर ने मुझे कलमा पढ़वाया और कहा — अब तुम मुसलमान बन चुकी हो। इस्लाम के हिसाब से जीना होगा।”
🧾 FIR और ATS की कार्रवाई
- अक्टूबर 2024 में रानी ने UP ATS को यह पूरा रैकेट उजागर किया।
- नवंबर 2024 में छांगुर बाबा, उसके बेटे महबूब, और कुल 10 लोगों पर FIR दर्ज हुई।
- ATS ने खुलासा किया कि यह गिरोह कूट भाषा (कोडवर्ड) और सोशल मीडिया के ज़रिए महिलाओं को निशाना बनाता था।
- साभार…
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