12 ब्रिज और 19 अंडरपास से सुगम होगा सफर
Fourlane:इंदौर। मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र की सड़क कनेक्टिविटी को नया आयाम देने वाला इंदौर-हरदा फोरलेन हाईवे लगभग तैयार हो चुका है। 1011 करोड़ की लागत से बन रहे इस हाईवे का 70 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो गया है, और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का दावा है कि जून 2025 तक 90 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बारिश के बाद शेष कार्य भी समाप्त कर इस मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
इंदौर-नागपुर यात्रा में होगी 3 घंटे की बचत
फोरलेन के तैयार होने से इंदौर से नागपुर की दूरी तय करने में अब लगभग 3 घंटे की बचत होगी। पहले जहां नागपुर पहुंचने में 8 घंटे 50 मिनट लगते थे, अब यह सफर केवल 6 घंटे में तय किया जा सकेगा। नया मार्ग हरदा-बैतूल होते हुए नागपुर तक पहुंचाएगा।
आवागमन के लिए बनाए जा रहे 12 ब्रिज और 19 अंडरपास
फोरलेन पर कुल 12 छोटे-बड़े ब्रिज और 19 अंडरपास बनाए जा रहे हैं। इनमें से गोगाखेड़ी, खुड़ैल और आक्या गांव की क्रॉसिंग पर बने ब्रिजों पर ट्रैफिक शुरू हो चुका है। मुख्य मार्ग का अधिकांश हिस्सा डामर से तैयार हो चुका है। इससे नेमावर और देवगुराड़िया रोड का ट्रैफिक कम हुआ है।
राघोगढ़ से हरदा तक कार्य में तेजी
हाईवे की शुरुआत इंदौर बायपास के पास फीनिक्स मॉल से होती है और यह बेगमखेड़ी, गोगाखेड़ी, मिर्जापुर होते हुए राघोगढ़ पर वर्तमान नेमावर रोड से जुड़ता है। राघोगढ़ से हरदा तक की सड़क का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। प्रमुख जंक्शन जैसे कनाड़िया क्रॉसिंग और शिप्रा नदी के ऊपर बने ब्रिजों पर कार्य अंतिम चरण में है।
बारिश में भी सुगम रहेगा आवागमन
निर्माण एजेंसी पीडी अग्रवाल के मुताबिक, हाईवे पर डामरीकरण का कार्य जून तक पूरा कर लिया जाएगा, जिससे बारिश के दौरान भी यातायात में कोई बाधा नहीं आएगी। हालांकि काली मिट्टी और राघोगढ़ क्षेत्र की अधिक बारिश के चलते कुछ स्थानों पर काम धीमा हुआ है।
मालवा को मिलेगा दक्षिण भारत से सीधा संपर्क
इंदौर-हरदा फोरलेन हाईवे न केवल इंदौर को नागपुर और हैदराबाद से जोड़ेगा, बल्कि यह मार्ग मालवा क्षेत्र की दक्षिण भारत से सीधी कनेक्टिविटी का रास्ता भी खोलेगा। इससे आईटी, फिल्म और उद्योग जगत को खासा लाभ मिलेगा।
देवास, उज्जैन, ओंकारेश्वर और पीथमपुर को मिलेगा लाभ
यह हाईवे सिर्फ इंदौर ही नहीं, बल्कि आसपास के शहरों जैसे देवास, उज्जैन, ओंकारेश्वर, पीथमपुर को भी लाभ पहुंचाएगा। इंदौर की सीमाएं और विस्तार क्षेत्र दोनों बढ़ेंगे, और बायपास से राघोगढ़-चापड़ा सफर में करीब 30 मिनट की बचत होगी।
इंदौर-नागपुर के बीच बनेगा नया इकोनॉमिक कॉरिडोर
नया हाईवे इंदौर से नागपुर के बीच एक नया इकोनॉमिक कॉरिडोर तैयार करेगा, जिससे व्यवसायिक, लॉजिस्टिक और स्वास्थ्य सेवाओं में तेज़ी आएगी। साथ ही यह फोरलेन प्रस्तावित 25 हजार एकड़ भूमि में बनने वाले भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट के पास से भी होकर गुजरेगा।
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