Fraud: पंजाब के लुधियाना जिले में एक पोस्टमास्टर 87,000 रुपये की ठगी का शिकार हुआ। यह मामला एक साइबर फ्रॉड का था, जिसमें व्यक्ति से KYC वेरिफिकेशन के बहाने उसकी बैंक डिटेल लेकर रकम निकाल ली गई। इस घटना ने ऑनलाइन लोन लेने के दौरान सावधानी बरतने की अहमियत को फिर से उजागर कर दिया।
ऑनलाइन लोन लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- केवल अधिकृत प्लेटफॉर्म का उपयोग करें
- लोन लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि एप या प्लेटफॉर्म RBI द्वारा अनुमोदित है।
- लोन देने वाली संस्था बैंक या NBFC के साथ रजिस्टर्ड होनी चाहिए।
- केवाईसी की प्रक्रिया सावधानी से पूरी करें
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- अपनी बैंक डिटेल्स और ओटीपी साझा न करें।
- लो-इंटरेस्ट लोन से सावधान रहें
- अगर कोई एप कम ब्याज दर पर लोन का दावा करता है, तो उसकी प्रमाणिकता जांचें।
- फेक एप्स का मकसद डेटा चोरी और ब्लैकमेल करना होता है।
- टर्म्स और कंडीशंस पढ़ें
- लोन एप की शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
- ब्याज दर, लोन अवधि, और अतिरिक्त शुल्क की जानकारी स्पष्ट होनी चाहिए।
- ग्राहक सेवा की जांच करें
- असली लोन एप्स में एक सक्रिय कस्टमर सपोर्ट टीम होती है।
- फेक एप्स में कोई सहायता उपलब्ध नहीं होती।
फेक लोन एप्स की पहचान कैसे करें?
- इन एप्स का लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं होता।
- नियम और शर्तें अस्पष्ट होती हैं।
- डेटा चोरी के लिए बनाए गए होते हैं।
- अनियमित और असामान्य लोन की पेशकश करते हैं।
- ग्राहक की प्राइवेसी का ख्याल नहीं रखते।
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए उपाय
- अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
- संदिग्ध कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें।
- बैंक खातों की गतिविधियों पर नज़र रखें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट करें।
विशेषज्ञ की राय
साइबर विशेषज्ञ पवन दुग्गल का कहना है कि ऑनलाइन लोन एप्स का उपयोग सुरक्षित हो सकता है, लेकिन केवल तभी जब आप प्रमाणिक एप्स का चयन करते हैं और उनकी शर्तों को समझते हैं। ऑनलाइन सुविधाएं हमारी जिंदगी को आसान बनाती हैं, लेकिन इनका सही उपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है। सावधानी ही सुरक्षा है।
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