Genda Flower kheti – हम लोग सिर्फ बाजार में फूल बेचने जाते हैं। खेत में सारा काम महिलाएं ही करती हैं। फूल की खेती से ही उनके घर की आमदनी होती है और उनके घर का खर्चा भी उसी से होता है। बिहार में महिलाएं खेतों में गेंदे के फूलों की फसल तैयार करके बाजार में उस फसल को बेचने के लिए लाते है और वे इस फसल से अच्छी खासी कमाई कर लेते है।
बिहार की महिलाओं ने गु्रप बनाकर फूलों की खेती कर मिसाल पेश | Genda Flower kheti
बिहार में महिलाएं अब पुरुषों से किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं, चाहे कृषि सेक्टर हो या शिक्षा का क्षेत्र अब यहां की महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल रही हैं। हम अगर बात करे बागवानी तो इसमें महिलाएं अपनी अलग पहचान बना रही हैं।
मुजफ्फरपुर जिले में 10 महिलाओं के गु्रप ने फूलों की खेती कर लोगों के सामने मिसाल पेश की है। इससे महिलाएं न सिर्फ आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि फूलों की खेती से उनकी अच्छी खासी इनकम भी बढ़ गई है। खास बात यह है कि महिलाएं खेती करती हैं, तो वहीं पुरुष बाजार में जाकर फूलो को बेचते हैं।
गेंदे की खेती करने में लगभग 1500 रूपए तक का खर्च आता है
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं का ये गु्रप मुजफ्फरपुर के वीरपुर का रहने वाला है। ये महिलाएं खेती की जुताई करने से लेकर रोपाई और गेंदे के फूलों की तुड़ाई स्वयं ही करती हैं। और इसके बाद उनके पति सिर्फ बाजार में जाकर फूलों को बेचते हैं।
फिलहाल, महिलाएं 10 जमीन पर गेंदे के फूल की खेती कर रही हैं| महिला किसान रुबी ने बताया कि एक के में गेदें की खेती करने पर 1500 रुपये का खर्च आता है। लेकिन एक सीजन में इससे 10 हजार रुपये तक की कमाई हो जाती है। महिला ने बताया कि अभी उनके 10 क_े के खेत से रोज 50 किलो गेंदे के फूल निकल रहे हैं।
महिलाओं ने पहली बार गांव में फूलों की खेती की है| Genda Flower kheti
वहीं, वीरपुर गांव के किसान ने यह भी बताया कि हम लोग तो सिर्फ बाजार में जाकर फूलों को बेचने का काम करते हैं। खेत में सारा काम तो महिलाएं ही करती हैं। फूलों की खेती से ही उनके घर का खर्च चलता है। वहीं, महिलाओं ने पहली बार गांव में फूलों की खेती की शुरूआत की है।
टेनिस बॉल नाम के गेंदे की किस्म की रोपाई की गई है। यह प्रकार का हाइब्रिड वैरायटी की किस्म है। टेनिस बॉल की खेती की शुरूआत करने से पहले महिलाओं ने इसकी नर्सरी तैयार की थी। और उसके बाद ही इसकी रोपाई की गई।
टेनिस बॉल की लंबाई 4 से 5 फीट होती है
बता दें कि फूलों की मांग बाजार में हमेशा रहती है। शादी- ब्याह में मंडप सजाने से लेकर मंदिरों में मूर्तियों के श्रृंगार करने तक फूलों की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। और ऐसे में अगर किसान भाई फूलों की खेती करते हैं, तो अधिक कमाई कर सकते हैं।
यही वजह है कि वीरपुर की महिलाओं ने एक गु्रप बनाकर गेंदे के फूल की खेती की शुरूआत भी की। वहीं। जिला कृषि पदाधिकारी का कहना है कि टेनिस बॉल नाम के गेंदे फूल की उपज बेहतर है। इसके पौधे की लंबाई 4 से 5 फीट तक होती है। रोपाई के तीन महीने बाद फूल आने शुरू हो जाते हैं। यही कारण है कि महिलाएं इसकी खेती कर अच्छी कमाई कर रही हैं।
Source – Internet
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