Initiative: केंद्र सरकार ने फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस प्रयास से उपभोक्ताओं को अनचाहे कॉल्स से राहत मिलने की उम्मीद है। सरकार ने बताया है कि एक स्वदेशी प्रणाली के माध्यम से अब तक चार लाख फर्जी कॉल्स प्रतिदिन कम की जा चुकी हैं, जिनमें भारतीय मोबाइल नंबर जैसी दिखने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल्स शामिल थीं।
मुख्य पहलू
- स्वदेशी प्रणाली का विकास
- भारत में फर्जी कॉल्स की पहचान और ब्लॉक करने के लिए एक स्वदेशी रूप से विकसित प्रणाली का निर्माण किया गया है।
- इस प्रणाली ने हर दिन चार लाख फर्जी कॉल्स को रोकने में मदद की है।
- भारतीय सेवा प्रदाताओं का अभियान
- सरकार ने भारतीय दूरसंचार कंपनियों से उन विदेशी सेवा प्रदाताओं के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है जो फर्जी कॉल्स भेजने में शामिल हैं।
- एयरटेल और बीएसएनएल जैसी कंपनियों ने अब तक 20 विदेशी सेवा प्रदाताओं को ब्लॉक किया है।
- 90% फर्जी कॉल्स की पहचान और रोकथाम
- हाल ही में, दूरसंचार विभाग ने सभी सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल रोकथाम प्रणाली शुरू की है।
- इस प्रणाली ने 24 घंटे के भीतर 90% फर्जी कॉल्स (जो लगभग 1.35 करोड़ थीं) को रोक दिया।
महत्व
- उपभोक्ता सुरक्षा: यह कदम उपभोक्ताओं को अनचाहे और धोखाधड़ी के कॉल्स से बचाने के लिए अहम है।
- आर्थिक सुरक्षा: फर्जी कॉल्स आमतौर पर धोखाधड़ी और वित्तीय नुकसान का कारण बन सकती हैं। इस कदम से ऐसे नुकसान की संभावना कम होगी।
- प्रौद्योगिकी में स्वदेशी आत्मनिर्भरता: स्वदेशी प्रणाली के विकास से भारत की प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी प्रगति हो रही है।
यह कदम भारतीय दूरसंचार उद्योग को फर्जी कॉल्स के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान करेगा और उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगा।
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