Maha Kumbh: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में आज, शुक्रवार, 14 फरवरी 2025 को, सुबह 10 बजे तक 40.02 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया है। तीन दिनों के बाद, शहर की सड़कों पर फिर से भारी भीड़ देखी जा रही है, जिसके कारण सुलेमसराय इलाके में 1 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। नैनी ब्रिज पर भी सुबह 1.5 किलोमीटर लंबा जाम देखा गया। संगम क्षेत्र में बढ़ती भीड़ के कारण कई बैरियरों पर लोगों को रोका जा रहा है, और पुलिस लगातार अनाउंसमेंट कर रही है कि श्रद्धालु संगम क्षेत्र खाली होने का इंतजार करें।
आगामी शनिवार और रविवार को वीकेंड होने के कारण प्रशासन को उम्मीद है कि भीड़ और बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक बैठक के दौरान निर्देश दिए हैं कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं सड़कों पर उतरें और हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले मार्गों में कहीं भी जाम नहीं लगना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यदि जाम की स्थिति उत्पन्न होती है, तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। महाकुंभ का यह 33वां दिन है, और 13 जनवरी से अब तक 49.14 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रशासन का अनुमान है कि आज यह आंकड़ा 50 करोड़ तक पहुंच सकता है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज संगम में डुबकी लगाएंगे; उनके दोपहर में प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद है।
गुरुवार को, अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी परमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें केंद्रीय अस्पताल महाकुंभ लाया गया, जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया। बाद में, उन्हें एयरलिफ्ट कर एम्स दिल्ली भेजा गया।
महाकुंभ मेला 2025, 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जिसमें अनुमानित 400 से 450 मिलियन (40 से 45 करोड़) श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। 12 फरवरी 2025 तक, यह संख्या 462.5 मिलियन (46.25 करोड़) को पार कर चुकी है। यह आयोजन 12-कुंभ मेला चक्र की पूर्णता का प्रतीक है और इसे आधिकारिक रूप से महाकुंभ मेला कहा जाता है, जो 45 दिनों तक चलता है।
29 जनवरी 2025 को, मेले के दौरान एक भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मृत्यु हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। इसके कुछ घंटों बाद, एक दूसरी भगदड़ में सात लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें एक तीन वर्षीय बच्चा भी शामिल था। आधिकारिक मृत्यु संख्या पर विवाद है, कुछ रिपोर्टों के अनुसार वास्तविक संख्या सरकार के आंकड़ों से अधिक हो सकती है।
महाकुंभ मेला 2025 के लिए बजट लगभग ₹2,800 करोड़ (280 अरब रुपये) है, और यह अनुमान है कि यह आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में ₹2 लाख करोड़ (2 ट्रिलियन रुपये) से अधिक का राजस्व उत्पन्न करेगा।
महाकुंभ मेला 2025 के दौरान, 29 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के अवसर पर पहला अमृत स्नान (शाही स्नान) आयोजित किया गया। दूसरा अमृत स्नान 14 फरवरी 2025 को मौनी अमावस्या के अवसर पर होगा, और तीसरा अमृत स्नान 3 फरवरी 2025 को वसंत पंचमी के अवसर पर होगा। मेले का समापन 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के अवसर पर होगा।
प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 के दौरान, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक, विभिन्न तिथियों पर प्रमुख स्नान पर्व आयोजित किए जा रहे हैं। इन स्नान पर्वों के दौरान, श्रद्धालु पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। प्रमुख स्नान पर्वों की तिथियां इस प्रकार हैं:
- मकर संक्रांति (पहला अमृत स्नान): 14 जनवरी 2025
- मौनी अमावस्या (दूसरा अमृत स्नान): 29 जनवरी 2025
- वसंत पंचमी (तीसरा अमृत स्नान): 3 फरवरी 2025
- माघ पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025
- महाशिवरात्रि (अंतिम स्नान): 26 फरवरी 2025
इन स्नान पर्वों के दौरान, प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए जाते हैं, और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इन तिथियों को ध्यान में रखें।
महाकुंभ मेला 2025 के दौरान, 29 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के अवसर पर पहला अमृत स्नान (शाही स्नान) आयोजित किया गया। दूसरा अमृत स्नान 14 फरवरी 2025 को मौनी अमावस्या के अवसर पर होगा, और तीसरा अमृत स्नान 3 फरवरी 2025 को
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