Maha Kumbh: मध्यप्रदेश सरकार के आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास ने प्रयागराज महाकुंभ में एकात्म धाम शिविर का आयोजन किया है। यह शिविर 12 फरवरी तक चलेगा और इसका उद्देश्य अद्वैत वेदांत दर्शन के लोक व्यापीकरण और वैश्विक एकात्मता की संकल्पना को जन-जन तक पहुंचाना है।
मुख्य आकर्षण:
- अद्वैत लोक की प्रदर्शनी:
ओंकारेश्वर में निर्माणाधीन अद्वैत लोक की प्रदर्शनी। - आध्यात्मिक गतिविधियां:
- अद्वैत वेदांत पर संवाद।
- ध्यान और मनन।
- शास्त्रार्थ सभा।
- संत समागम।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- विशेष आयोजन:
- 25-26 जनवरी: शास्त्रार्थ सभा।
- 27 जनवरी: संत समागम।
अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र की स्थापना:
- 108 फीट ऊंची एकात्मता की मूर्ति:
ओंकार पर्वत पर आचार्य शंकर की विशाल मूर्ति। - अद्वैत लोक संग्रहालय:
आचार्य शंकर के जीवन और दर्शन पर आधारित। - अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान:
अद्वैत दर्शन के अध्ययन, शोध और विस्तार के लिए।
श्री श्री विधुशेखर भारती की अध्यक्षता:
महाकुंभ में पहली बार श्रृंगेरी शंकराचार्य श्री श्री विधुशेखर भारती सन्निधानम शामिल हो रहे हैं।
- शास्त्रार्थ सभा और संत समागम की अध्यक्षता करेंगे।
- शास्त्रार्थ सभा में विद्वानों द्वारा आत्मा और जगत जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
- अन्य प्रमुख संतों की उपस्थिति:
- द्वारिका शंकराचार्य श्री श्री सदानंद सरस्वती।
- जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज।
संस्कृतिक कार्यक्रम और विशेष सत्र:
- नीतिश भारद्वाज द्वारा ‘शंकर गाथा’:
- प्रस्तुति: 6-7 फरवरी।
- कोरियोग्राफर मैत्रेयी पहाड़ी के साथ विशेष प्रस्तुति।
- धार्मिक संवाद:
- 25-27 जनवरी: स्वामी परमात्मानंद सरस्वती।
- 6 फरवरी: स्वामिनी विमलानंद सरस्वती।
- 7 फरवरी: स्वामी मित्रानंद सरस्वती।
- कथा प्रसंग:
- 8-12 फरवरी: राम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि।
एकात्म धाम शिविर अद्वैत वेदांत दर्शन और भारतीय सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। महाकुंभ में यह शिविर श्रद्धालुओं और विद्वानों को आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से आचार्य शंकर के दर्शन और उनके जीवन संदेश से जोड़ रहा है।
source internet… साभार….
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