Mawatha: मध्यप्रदेश में जनवरी के अंत में एक बार फिर मौसम बदलने के संकेत हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के प्रभाव से प्रदेश में 29 जनवरी को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत 15 जिलों में हल्की बारिश (बूंदाबांदी) हो सकती है। फरवरी की शुरुआत में भी बारिश के आसार बने हुए हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान:
- 29 जनवरी:
- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम, और गुना जैसे जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
- तेज बारिश की संभावना नहीं है।
- 1 फरवरी से 4 फरवरी:
- दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, और चंबल संभाग में बारिश हो सकती है।
मौसम का हाल:
- ठंड में कमी:
उत्तरी हवाओं से प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से तेज ठंड पड़ रही है। हालांकि, मंगलवार से ठंड में राहत मिलने की संभावना है।- दिन और रात के तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी।
- दिन में हल्की धूप और बारिश की स्थिति बनेगी।
- बीते दिनों का तापमान:
- भोपाल: 8.3 डिग्री
- ग्वालियर: 6.3 डिग्री
- इंदौर: 12.5 डिग्री
- जबलपुर: 7.4 डिग्री
- उज्जैन: 11.2 डिग्री
जनवरी में ऐतिहासिक मौसम रिकॉर्ड:
भोपाल:
- सबसे ठंडा: 0.6 डिग्री (18 जनवरी 1935)
- सर्वाधिक बारिश: 2 इंच (6 जनवरी 2004)
इंदौर:
- सबसे ठंडा: -1.1 डिग्री (16 जनवरी 1935)
- सर्वाधिक बारिश: 3 इंच (6 जनवरी 1920)
जबलपुर:
- सबसे ठंडा: 1.1 डिग्री (7 जनवरी 1946)
- सर्वाधिक बारिश: 2.5 इंच (24 जनवरी 1919)
ग्वालियर:
- सबसे ठंडा: -1.1 डिग्री (24 जनवरी 1954)
- सर्वाधिक बारिश: 2.1 इंच (8 जनवरी 1926)
उज्जैन:
- सबसे ठंडा: 0 डिग्री (22 जनवरी 1962)
- सर्वाधिक बारिश: 1.2 इंच (11 जनवरी 1987)
विशेष जानकारी:
- उत्तरी हवाओं की वजह से ठंड का असर सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल संभाग में रहता है।
- प्रदेश में जनवरी में बारिश का ट्रेंड पिछले एक दशक में बढ़ा है।
- वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से किसानों के लिए बारिश की संभावना अच्छी है, क्योंकि यह रबी फसल को फायदा पहुंचा सकती है।
प्रदेश में बदलते मौसम का यह दौर फरवरी के शुरुआती दिनों तक जारी रहेगा।
source internet… साभार….
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