मध्यप्रदेश में 1 फरवरी से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के प्रभाव से जबलपुर, ग्वालियर, चंबल समेत 7 संभागों में हल्की बारिश और मावठा गिरने की संभावना है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान:
- वेस्टर्न डिस्टरबेंस का प्रभाव:
- 29 जनवरी से एक्टिव होगा।
- 1 से 4 फरवरी के बीच रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम में बारिश की संभावना।
- भोपाल, इंदौर और उज्जैन में मौसम साफ रहेगा और हल्की ठंड बनी रहेगी।
- उत्तरी हवाओं का असर:
- उत्तरी हवाओं और जेट स्ट्रीम के कारण तापमान में गिरावट आई है।
- अगले 2 दिन ठंड का असर रहेगा, इसके बाद तापमान में 1-2 डिग्री की बढ़ोतरी होगी।
पिछले रिकॉर्ड और वर्तमान हालात:
भोपाल:
- जनवरी 1935 में न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
- इस माह का सबसे अधिक दिन का तापमान 33 डिग्री 26 जनवरी 2009 को दर्ज किया गया।
- पिछले 10 वर्षों में 7 बार जनवरी में बारिश हुई।
इंदौर:
- न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड -1.1 डिग्री सेल्सियस (16 जनवरी 1935)।
- सर्वाधिक दिन का तापमान 33.9 डिग्री (27 जनवरी 1990)।
जबलपुर:
- न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस (7 जनवरी 1946)।
- सर्वाधिक मासिक बारिश का रिकॉर्ड 8 इंच (जनवरी 1919)।
ग्वालियर-चंबल:
- उत्तरी हवाओं की वजह से सबसे ठंडा क्षेत्र।
- न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड -1.1 डिग्री सेल्सियस (24 जनवरी 1954)।
- पिछले 10 वर्षों में 9 बार जनवरी में बारिश हुई।
उज्जैन:
- न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस (22 जनवरी 1962)।
- जनवरी में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 2.2 इंच (1994)।
अगले 2 दिन का पूर्वानुमान:
- 26 जनवरी:
- पूरे प्रदेश में ठंड का असर रहेगा।
- सुबह और रात के समय सर्दी अधिक महसूस होगी।
- 27 जनवरी:
- हल्का कोहरा रह सकता है।
- ठंड का असर दिन और रात दोनों में जारी रहेगा।
मध्यप्रदेश में फरवरी के पहले सप्ताह तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। मावठा और हल्की बारिश के कारण किसानों और आमजन को सतर्क रहने की जरूरत है।
source internet… साभार….
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