12 दिन बाद पुलिस ने सकुशल बरामद किया
Missing schoolgirl: भोपाल/कटनी। इंदौर से कटनी के बीच नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच से लापता हुई छात्रा अर्चना तिवारी (29) को 12 दिन बाद पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। अर्चना को मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में नेपाल बॉर्डर के पास से बरामद किया गया।
भोपाल जीआरपी एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि अर्चना को पुलिस टीम सुरक्षित अपने साथ लेकर लौट रही है। उसे तलाशने के लिए बीते 12 दिनों से मिड घाट के जंगलों समेत कई इलाकों में सर्च अभियान चलाया गया था।

मां को किया था फोन
बरामद होने से पहले मंगलवार सुबह अर्चना ने अपनी मां को कॉल कर खुद के सुरक्षित होने की जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रैस कर कार्रवाई तेज की और उसे बरामद कर लिया। कटनी के युवा कांग्रेस नेता देवांशु मिश्रा ने भी पुष्टि की कि छात्रा ने अपनी मां से फोन पर बातचीत की थी।
ग्वालियर के आरक्षक से जुड़ा मामला
छात्रा के लापता होने की जांच में ग्वालियर पुलिस आरक्षक राम तोमर का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि अर्चना और राम तोमर पिछले दो साल से संपर्क में थे। तोमर ने ही अपनी आईडी का इस्तेमाल कर अर्चना के लिए इंदौर से कटनी का ट्रेन टिकट बुक किया था। हालांकि, पूछताछ में तोमर ने कहा कि टिकट कराया था लेकिन वह ट्रेन में नहीं आई। जीआरपी और इंदौर पुलिस ने ग्वालियर में राम तोमर से पूछताछ की। पुलिस को उसके कमरे से कई लड़कियों का सामान और आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।
7 अगस्त को हुई थी लापता
कटनी निवासी अर्चना इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी। 7 अगस्त को वह इंदौर से नर्मदा एक्सप्रेस (एसी कोच बी-3) से कटनी के लिए रवाना हुई थी, लेकिन रास्ते में ही रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। जब ट्रेन कटनी पहुंची तो उसकी सीट पर केवल बैग रखा मिला था।
कटनी, इंदौर और भोपाल जीआरपी के साथ-साथ जिला पुलिस बल और वन विभाग की टीमें 12 दिन तक लगातार उसकी तलाश में जुटी रही थीं। 👉 अब पुलिस अर्चना से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश करेगी कि वह आखिरकार कैसे यूपी-नेपाल बॉर्डर तक पहुंची और उसकी गुमशुदगी के पीछे कौन लोग शामिल थे।
साभार…
Leave a comment