Mistake: जूनागढ़/राजकोट। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को गुजरात दौरे के दौरान ऐसी जल्दबाज़ी में थे कि वे अपनी पत्नी साधना सिंह को ही पीछे छोड़ आए। 22 गाड़ियों के काफिले के साथ जब वे जूनागढ़ से राजकोट की ओर रवाना हुए, तब एक किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद उन्हें याद आया — “अरे! पत्नी तो साथ में हैं ही नहीं!” काफिला तत्काल यू-टर्न लेता है, और केंद्रीय मंत्री वापस उसी स्थान पर लौटते हैं — मूंगफली अनुसंधान केंद्र, जहां उनकी पत्नी प्रतीक्षालय में बैठीं थीं। इसके बाद ही यात्रा फिर से शुरू हुई।
⏱️ जल्दबाजी की वजह: खराब रास्ता और समय की टेंशन
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान गुजरात में धार्मिक और सरकारी दौरे पर थे। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग और गिर के सिंहदर्शन के बाद वे किसानों और ‘लखपति दीदी’ योजना से जुड़ी महिलाओं के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान बार-बार घड़ी देखते रहे। उन्होंने मंच से खुद कहा:
“राजकोट का रास्ता खराब है, अगली बार फुर्सत से आऊंगा।”
उन्हें रात 8 बजे फ्लाइट पकड़नी थी, और उसी हड़बड़ी में वे भाषण छोटा करके तेजी से निकल गए — लेकिन ‘घर की गृहलक्ष्मी’ को पीछे छोड़ दिया।
🧘♀️ साधना सिंह: शांत मन से प्रतीक्षालय में
इधर, साधना सिंह गिरनार दर्शन के बाद लौटकर मूंगफली अनुसंधान केंद्र पहुंच चुकी थीं और प्रतीक्षालय में शिवराज का इंतज़ार कर रही थीं। मंत्री जी को रास्ते में पत्नी की अनुपस्थिति का एहसास हुआ, और उन्होंने तुरंत फोन कर संपर्क साधा। इसके बाद पूरा काफिला वापस मुड़ा।
साभार…
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