Poisonous gas:गुना (म.प्र.): गुना जिले के धरनावदा गांव में मंगलवार सुबह एक बछड़े को बचाने कुएं में उतरे छह ग्रामीणों में से पांच की जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। एक युवक की जान ग्रामीणों ने खाट के सहारे बचा ली। हादसे ने पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है।
🐂 बछड़े को बचाने उतरे, लेकिन खुद फंस गए
हादसा सुबह उस समय हुआ जब अनिल भदौरिया के खेत में बने करीब 70 फीट गहरे कुएं में एक बछड़ा गिर गया। उसे बचाने के लिए मन्नू कुशवाह सबसे पहले कुएं में उतरे, लेकिन घबराहट होने पर मदद मांगी। एक-एक कर सोनू कुशवाह, सिद्धार्थ सहरिया, गुरुदयाल ओझा, शिवचरण साहू और पवन कुशवाह भी कुएं में उतर गए। इनमें से पवन को छोड़कर बाकी सभी की मौत हो गई।
🧾 पवन की आपबीती: “हम चारों एक-दूसरे को पकड़े थे, पर बाहर नहीं आ पाए”
जिला अस्पताल में भर्ती पवन कुशवाह ने बताया,
“मन्नू सबसे पहले उतरे थे। उनका मन घबरा रहा था। इसके बाद मेरा भतीजा सोनू गया, फिर सिद्धार्थ। जब मैं उतर रहा था तो मुझे भी घबराहट हुई। हम चारों एक-दूसरे को पकड़कर मदद मांगते रहे। गांववालों ने खाट लटकाई, उसी के सहारे मैं बाहर आ सका।”
🚫 रेस्क्यू टीम पहुंची, लेकिन उपकरण नहीं थे
एसडीआरएफ और एनएफएल-गेल की रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं, लेकिन उनके पास न ऑक्सीजन सिलेंडर थे, न सेफ्टी गियर। इसलिए वे खुद कुएं में नहीं उतर पाए। ग्रामीणों ने ही रस्सी और खाट की मदद से बचाव अभियान चलाया।
एसडीएम विकास आनंद ने कहा:
“12 फीट पानी और जहरीली गैस के चलते रेस्क्यू में दिक्कत आई। टीमें उपकरणों की कमी से जूझ रही थीं।”
⚰️ मृतकों की पहचान
- सिद्धार्थ सहरिया (25) – एक साल के बच्चे के पिता
- गुरुदयाल ओझा (40) – पांच बच्चों के पिता, परिवार का इकलौता कमाने वाला
- शिवचरण साहू (40)
- सोनू कुशवाह (28)
- मन्नू कुशवाह (35)
- पवन कुशवाह (35) – जीवित, इलाज जारी
🧑⚖️ शव का पोस्टमॉर्टम रोकने पर अड़े परिजन
गुरुदयाल ओझा के परिजन शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराना चाहते थे। उनका कहना था,
“हम अपने बेटे की बॉडी की काट-छांट नहीं होने देंगे।”
करीब चार घंटे की जद्दोजहद और विधायक जयवर्धन सिंह के समझाने पर वे माने।
🧒 सिद्धार्थ का एक साल का बेटा, दो साल पहले हुई थी शादी
सिद्धार्थ सहरिया, जो गांव में मजदूरी करता था, कुएं में गिरे दो लोगों को बचाने के लिए बुलाया गया था। उसकी दो साल पहले शादी हुई थी, और उसका एक साल का मासूम बेटा है।
💰 सरकारी सहायता
प्रशासन ने पांचों मृतकों की पत्नियों को ₹4 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
साभार..
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