Pollution: सागर: प्रधानमंत्री ई-बस योजना के तहत मध्य प्रदेश को 552 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिलने वाली है। ये प्रदेश के छह प्रमुख शहरों में चलाई जाएंगी, जिससे सार्वजनिक परिवहन में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस योजना का संचालन करेंगी, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी और ई-वाहनों पर लोगों का भरोसा बढ़ेगा।
क्या है प्रधानमंत्री ई-बस योजना?
- केंद्र सरकार ने मई 2022 में ‘नेशनल इलेक्ट्रिक बस प्रोग्राम’ के तहत 50,000 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का लक्ष्य तय किया था।
- इस योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा में ई-बस संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
- मध्य प्रदेश को अब 552 ई-बसें मिलने जा रही हैं।
इन 6 शहरों में दौड़ेंगी ई-बसें
मध्य प्रदेश सरकार ने छह शहरों को ई-बस संचालन के लिए चुना है:
- इंदौर – 150 बसें
- भोपाल – 100 बसें
- जबलपुर – 100 बसें
- उज्जैन – 100 बसें
- ग्वालियर – 70 बसें
- सागर – 32 बसें
सागर में ई-बसों का संचालन
- दिल्ली की ‘येलो बस प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी को संचालन का जिम्मा सौंपा गया।
- फिलहाल 14 बसें सागर से भोपाल, जबलपुर और उज्जैन के बीच चलेंगी।
- चार्जिंग स्टेशन और डिजिटल साइन बोर्ड लगाने की प्रक्रिया शुरू।
ई-बसों की विशेषताएं
- 12 मीटर लंबी वातानुकूलित बसें
- सीसीटीवी कैमरे (स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कंट्रोल सेंटर से निगरानी)
- वाय-फाई सुविधा
- व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम
- इमरजेंसी पैनिक बटन
क्या होगा फायदा?
✅ प्रदूषण में कमी
✅ डीजल बसों की तुलना में कम खर्च
✅ यात्रियों को आरामदायक सफर
✅ इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा
मध्य प्रदेश में जल्द ही ई-बसें सड़कों पर फर्राटा भरती नजर आएंगी, जिससे सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूती मिलेगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
source internet… साभार….
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