Portal: भोपाल में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी और प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन महत्वपूर्ण चरण में है। लेकिन छात्रों और शिक्षकों के सामने कुछ चुनौतियां भी उभर रही हैं। यहां इस स्थिति का सारांश और प्रमुख मुद्दे हैं:
प्री-बोर्ड परीक्षाओं की स्थिति:
- समाप्ति की ओर प्री-बोर्ड परीक्षाएं:
- 5 दिन पहले शुरू हुईं प्री-बोर्ड परीक्षाएं अब अंतिम चरण में हैं।
- शिक्षकों को एक सप्ताह के भीतर परिणाम तैयार कर पोर्टल पर अपडेट करना है।
- समय की कमी:
- अर्धवार्षिक परीक्षा के तुरंत बाद प्री-बोर्ड शुरू होने से छात्रों को तैयारी का पर्याप्त समय नहीं मिल पाया।
- बीच में छुट्टियों (जैसे 26 जनवरी और रविवार) के कारण काम की गति प्रभावित हो रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं:
- कोर्स अधूरा:
- कई ग्रामीण और दूरदराज के स्कूलों में छात्रों का कहना है कि पाठ्यक्रम अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
- छात्रों को पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
- कक्षाओं की कमी:
- अभिभावकों और छात्रों की मांग है कि कठिनाइयों को दूर करने के लिए लगातार अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएं।
शिक्षा विभाग के कदम:
- समय सीमा का पालन:
- जिला शिक्षा विभाग ने दावा किया है कि सभी स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा कर लिया गया है।
- निर्देशों का पालन करते हुए परिणाम समय पर तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।
- विद्यार्थियों की समस्याओं पर ध्यान:
- जिला शिक्षा अधिकारी एमएस निगवाल ने आश्वासन दिया है कि छात्रों की पढ़ाई में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
- प्राचार्यों से सतत संपर्क रखा जा रहा है।
समस्याओं का समाधान:
- अतिरिक्त कक्षाएं:
- छात्रों की मांग के अनुसार कठिनाई वाले विषयों पर केंद्रित अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन किया जाना चाहिए।
- समय प्रबंधन:
- परीक्षाओं और परिणाम तैयार करने के बीच पर्याप्त समय प्रदान किया जाए ताकि छात्रों और शिक्षकों पर दबाव कम हो।
- ग्रामीण क्षेत्र पर फोकस:
- दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए।
यह स्थिति शिक्षा विभाग और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वे छात्रों को बेहतर तरीके से गाइड करें और उनकी सफलता सुनिश्चित करें।
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