Presidency:ग्वालियर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत और केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की हाल ही में हुई एकांत चर्चा के बाद भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। राजनीतिक गलियारों में चौहान का नाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जोर-शोर से चर्चा में है।
मंगलवार को ग्वालियर पहुंचे शिवराज सिंह चौहान से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने हाथ जोड़कर स्पष्ट शब्दों में कहा, “न मैंने कभी सोचा है, न किसी ने कहा, न कभी सोच सकता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय का जो दायित्व दिया है, मैं उसे पूजा की तरह निभा रहा हूं।”
बढ़ते तापमान से गेहूं की फसल पर संकट
पत्रकारों से बातचीत में चौहान ने कृषि क्षेत्र की चुनौतियों का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और बढ़ते तापमान का असर गेहूं की फसल पर पड़ रहा है, जिससे उत्पादन घटने की आशंका है। इस स्थिति से निपटने के लिए ऐसी नई किस्मों का विकास जरूरी है, जो अधिक तापमान और बदलती जलवायु परिस्थितियों में भी अच्छी पैदावार दे सकें।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा गेहूं की कुछ नई किस्में विकसित की गई हैं, जिनसे किसानों को राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हित में अनुसंधान और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा दे रही है ताकि बदलते मौसम की चुनौतियों से निपटा जा सके।
राजनीतिक सरगर्मी और कृषि पर ध्यान
जहां एक ओर भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर सियासी चर्चाएं गर्म हैं, वहीं शिवराज सिंह चौहान लगातार अपने मंत्रालय से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। उनके बयान ने साफ कर दिया है कि फिलहाल वे राजनीतिक पद की संभावनाओं से ज्यादा कृषि और ग्रामीण विकास के कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
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