भावांतर योजना में लगातार बढ़ रहा भाव
Rate Released: भोपाल। भावांतर भुगतान योजना 2025 के तहत सोयाबीन विक्रेता किसानों के लिए सोमवार को 4255 रुपए प्रति क्विंटल का नया मॉडल रेट जारी किया गया। यह मॉडल रेट उन किसानों पर लागू होगा, जिन्होंने अपनी उपज मंडियों में बेची है। इसी दर के आधार पर किसानों को मिलने वाली भावांतर राशि की गणना की जाएगी।
मॉडल रेट में लगातार बढ़ोतरी
सोयाबीन के मॉडल रेट में पिछले दिनों लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। 7 नवंबर से 17 नवंबर तक जारी रेट इस प्रकार रहे—
- 7 नवंबर: 4020 रु./क्विंटल
- 8 नवंबर: 4033 रु./क्विंटल
- 9-10 नवंबर: 4036 रु./क्विंटल
- 11 नवंबर: 4056 रु./क्विंटल
- 12 नवंबर: 4077 रु./क्विंटल
- 13 नवंबर: 4130 रु./क्विंटल
- 14 नवंबर: 4184 रु./क्विंटल
- 15 नवंबर: 4225 रु./क्विंटल
- 16 नवंबर: 4234 रु./क्विंटल
- 17 नवंबर: 4236 रु./क्विंटल
- आज: 4255 रु./क्विंटल
मॉडल रेट में बढ़ोतरी का अर्थ है कि मंडियों में सोयाबीन की कीमत लगातार बढ़ रही है। नमी कम होने और गुणवत्ता बेहतर होने से प्राकृतिक रूप से भाव मजबूत हो रहे हैं।
किसानों को एमएसपी की पूरी गारंटी
राज्य सरकार ने स्पष्ट कहा है कि किसानों को हर परिस्थिति में सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5328 रुपए प्रति क्विंटल दिया जाएगा।
भावांतर योजना की प्रक्रिया के अनुसार—
- पिछले 14 दिनों के औसत बाजार भाव (मॉडल रेट) की गणना की जाती है
- यदि एमएसपी और मॉडल रेट/नीलामी दर में अंतर होता है, तो
उसका पूरा अंतर सरकार किसानों को देती है,
ताकि किसी भी स्थिति में किसान को नुकसान न हो।
योजना का लाभ—किसान और व्यापारी दोनों संतुष्ट
भावांतर योजना के सफल क्रियान्वयन से—
- किसानों को निश्चित आय और एमएसपी की गारंटी मिल रही है
- मंडियों में बिक्री बढ़ने से व्यापारियों को भी लाभ हो रहा है
- उपार्जन के दबाव के कारण जो व्यापार प्रभावित होता था, वह अब सामान्य रूप से चल रहा है
- साभार…
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