Republic Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पारंपरिक परिधानों और विशिष्ट पगड़ी या साफा पहनने का अंदाज हर राष्ट्रीय उत्सव पर चर्चा का विषय बनता है। उनके पहनावे की यह परंपरा भारतीय संस्कृति, विविधता, और क्षेत्रीय धरोहरों को दर्शाती है।
76वें गणतंत्र दिवस (2025)
इस वर्ष पीएम मोदी ने सफेद कुर्ता-पायजामा, गहरे भूरे रंग का बंद गले का कोट, और लाल-पीले रंग का साफा पहना। उनकी यह पगड़ी पारंपरिक राजस्थानी और गुजराती “बांधनी” कला से प्रेरित है।
- बांधनी कला:
- यह गुजरात और राजस्थान की प्रसिद्ध टाई-डाई विधि है।
- कपड़े को धागे से बांधकर रंगाई की जाती है, जिससे बंधे हिस्से पर विशिष्ट डिज़ाइन उभरती है।
- इसका उपयोग जॉर्जेट, शिफॉन, रेशमी और सूती कपड़ों पर किया जाता है।
पिछले सालों के परिधान और पगड़ी
- 2024 (75वां गणतंत्र दिवस):
- बहुरंगी “बांधनी” प्रिंट का साफा।
- यह राजस्थान और गुजरात की पारंपरिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
- 2023:
- बहुरंगी राजस्थानी साफा।
- स्वतंत्रता दिवस पर राजस्थानी शैली का लंबा छोर वाला साफा पहना।
- 2022:
- उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी।
- टोपी पर “ब्रह्मकमल” का डिज़ाइन, जो उत्तराखंड का राजकीय फूल है।
- 2021:
- जामनगर के शाही परिवार द्वारा भेंट की गई “हालारी” पगड़ी।
- 2019-2020:
- बहुरंगी राजस्थानी और लाल कच्छ की बांधनी पगड़ी।
2014-2018: मोदी के पगड़ी विकल्प
- 2014:
- लाल रंग की जोधपुरी बंधेज पगड़ी।
- 2015:
- बहुरंगी “लहरिया” पगड़ी।
- 2016:
- गुलाबी और पीले रंग की टाई-एंड-डाई पगड़ी।
- 2017:
- चमकीले लाल-पीले रंग की सुनहरी रेखाओं वाली पगड़ी।
- 2018:
- केसरिया रंग की राजस्थानी पगड़ी।
सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में प्रधानमंत्री का पहनावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर परिधान भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय विविधता, और परंपराओं को प्रदर्शित करता है। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर उनके द्वारा चुने गए पहनावे भारतीय कला और विरासत को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाते हैं।
source internet… साभार….
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