Shift: इंदौर | मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। पार्टी नेतृत्व ने लंबे समय से पद पर बने जिला अध्यक्षों और 50 वर्ष से अधिक आयु के ब्लॉक अध्यक्षों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस हाईकमान ने अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए नया फॉर्मूला तैयार किया है, जिसका मकसद संगठन में ऊर्जा, समावेशिता और सक्रियता लाना है।
राहुल गांधी ने दिए संकेत, “जिला अध्यक्ष होंगे संगठन की शक्ति”
पिछले सप्ताह अहमदाबाद में हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में राहुल गांधी ने संगठन को पुनः मजबूत करने की रणनीति साझा की थी। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्षों को संगठन की रीढ़ बनाया जाएगा और उन्हें अधिक स्वायत्तता और जिम्मेदारियां दी जाएंगी। इसी के तहत अब प्रदेश स्तर पर कार्रवाई शुरू हो गई है।
इन जिलों के अध्यक्षों का हटना तय माना जा रहा है:
- देवास, सतना, उज्जैन नगर, कटनी, रायसेन, विदिशा,
- खंडवा नगर, उमरिया, इंदौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, रतलाम ग्रामीण।
सूत्रों के मुताबिक, इन जिलों में लंबे समय से पद पर जमे हुए अध्यक्षों को हटाया जा सकता है। इससे संगठन में हलचल तेज हो गई है।
50% ब्लॉक अध्यक्ष होंगे बदलें
कांग्रेस के नए फॉर्मूले के अनुसार, प्रदेश के 50% से अधिक ब्लॉक अध्यक्ष भी बदले जाएंगे। इसमें खासकर वे नेता शामिल होंगे जिनकी उम्र 50 साल से अधिक हो चुकी है या जो संगठनात्मक रूप से सक्रिय नहीं माने जाते।
जातिगत संतुलन और सक्रियता पर जोर
नई नियुक्तियों में कांग्रेस जातिगत संतुलन का भी ध्यान रखेगी। संगठन के शहर, ग्रामीण और ब्लॉक स्तर पर हर वर्ग और समुदाय से प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की योजना है।
सूची तैयार, जल्द हो सकती है घोषणा
बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने नई नियुक्तियों की सूची तैयार कर ली है, जिसे जल्द ही जारी किया जाएगा। इससे पहले ही कई जिलों में कांग्रेस नेताओं के बीच चिंता और चर्चाएं तेज हो गई हैं।
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