पसीना पोछते हुए समय काट रहे मरीज, सेवाएं हुई ठप्प
Stalled: बैतूल। जिला अस्पताल विद्युत लाइन में फाल्ट आ जाने से बिजली ठप्प हो गई। कल मरीज दिन भर पसीना पोछते हुए परेशान होते रहे। बिजली बंद होने से आयुष्मान, एक्स-रे डायलिसिस, ट्रामा सेंटर, सिटी स्कैन सभी विभाग का काम ठप हो गया है। वही लिफ्ट भी बंद है जिससे मरीज को रैंप से ले जाना पड़ रहा है।
खराब पड़ी बैटरियां
जिला अस्पताल की बिजली रविवार सुबह पांच घंटे तक बंद रही। इमरजेंसी की बैटरियां खराब होने के कारण इमरजेंसी बिजली भी नहीं मिली, इसी कारण मरीज गर्मी में परेशान होते रहे। इतना ही नहीं रोटीमेकर भी बिजली नहीं होने के कारण नहीं चल पाया, रोटियां बनाने का काम रुक गया, हाथ से रोटियां बनानी पड़ी और लिफ्ट बंद होने से भी मरीज परेशान हो गए। इससे पहले रात में भी अस्पताल की बिजली बंद रही।
इमरजेंसी सुविधा ही रही चालू
300 बेड के जिला अस्पताल की बिजली रविवार सुबह गुल हो गई। सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर तक बिजली बंद रही। इस दौरान अस्पताल में केवल आईसीयू मेंं इमरजेंसी सुविधाएं ही चालू रही। बाकी कामकाज प्रभावित हुए। दरअसल जो चार इमरजेंसी जनरेटर थे उनमें बैटरी खराब होने के कारण परेशानी थी वे चले नहीं। अचानक बिजली गुल होने के बाद जब ये चालू नहीं हुए तो दिखवाया गया। इसके बाद बैटरी ठीक करवाई। दोपहर 2 बजे ये इमरजेंसी इंतजाम चालू हो पाए। इस बीच अस्पताल में भोजन बनाने और लिफ्ट चलाने का काम प्रभावित हुआ।
घंटों बाद शुरू हुए जनरेटर
सिविल सर्जन डॉ. जगदीश घोरे ने बताया रविवार सुबह बिजली गुल हुई थी। इमरजेंसी के इंतजाम थे लेकिन बैटरी ठीक नहीं थी। बैटरी को ठीक करवाया था। इसके बाद चारों इमरजेंसी जनरेटर चालू हो गए थे। आईसीयू में किसी तरह का काम प्रभावित नहीं हुआ। बेहद जरूरी जो सेवाएं थी वे चालू रही क्योंकि आईसीयू में लगे सभी उपकरणों की अलग से बैटरी होती है। अलग से बैटरी सिस्टम इनका रहता है। इसीलिए यहां पर काम प्रभावित नहीं हुआ।
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