Strike: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले बैंक कर्मचारी शुक्रवार को भोपाल में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के जोनल ऑफिस के सामने प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन शाम 5:15 बजे से शुरू होगा, जिसमें विभिन्न बैंकों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे।
प्रदर्शन और हड़ताल का कारण:
बैंक कर्मी खाली पदों पर भर्ती, पांच दिवसीय बैंकिंग सप्ताह लागू करने और अन्य लंबित मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। यदि सरकार मांगें नहीं मानती, तो 24 और 25 मार्च को राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल होगी, जिससे दो दिन तक बैंकों का कामकाज प्रभावित रहेगा।
मुख्य मांगें:
रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए।
बैंकों में 5 दिन का सप्ताह लागू किया जाए।
नियमित कार्यों में आउटसोर्सिंग पर रोक लगाई जाए।
बैंक कर्मियों को सुरक्षा प्रदान की जाए।
अस्थाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
बैंकों में कामगार और अधिकारी निर्देशकों के पद शीघ्र भरे जाएं।
ग्रेच्युटी की सीमा 25 लाख रुपए तक बढ़ाई जाए और इसे आयकर मुक्त किया जाए।
बैंक कर्मियों पर आयकर का अनुचित भार हटाया जाए।
पेंशन स्कीम में सुधार किया जाए और डीए (महंगाई भत्ता) को पेंशन में शामिल करने का विकल्प दिया जाए।
आईडीबीआई बैंक में कम से कम 51% सरकारी इक्विटी बरकरार रखी जाए।
पीएलआई (परफॉर्मेंस लिंक्ड इंसेंटिव) योजना में संशोधन किया जाए।
आईबीए (इंडियन बैंक्स एसोसिएशन) के पास लंबित मांगों का शीघ्र समाधान किया जाए।
हड़ताल का असर:
यदि हड़ताल होती है, तो 24 और 25 मार्च को सभी सरकारी बैंकों में कामकाज ठप रह सकता है। इससे चेक क्लीयरेंस, कैश ट्रांजेक्शन, लोन प्रोसेसिंग और अन्य बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ेगा।
सरकार और बैंकिंग प्रबंधन द्वारा यदि जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो यह हड़ताल बैंकिंग क्षेत्र के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।
source internet… साभार….
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