Success: मुंबई – एशिया के सबसे अमीर कारोबारी और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। अंबानी ने न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपना बिजनेस साम्राज्य खड़ा किया है। अब वे इस साम्राज्य को अगली पीढ़ी को सौंपने की तैयारी में जुटे हैं।
धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद विरासत में विवाद भी मिला, लेकिन मुकेश अंबानी अब अपने बच्चों को एक संगठित और योजनाबद्ध विरासत देना चाहते हैं।
विरासत की अगली कड़ी: आकाश, ईशा और अनंत
मुकेश अंबानी के तीन बच्चे – आकाश, ईशा और अनंत – अब रिलायंस के अलग-अलग डिवीजनों को संभाल रहे हैं।
- आकाश अंबानी को 2022 में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड का चेयरमैन बनाया गया।
- ईशा अंबानी रिलायंस रिटेल को लीड कर रही हैं। वे AJIO और TIRA जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए भी जिम्मेदार हैं।
- अनंत अंबानी कंपनी के न्यू एनर्जी बिजनेस में सक्रिय हैं। वे 2035 तक रिलायंस को नेट-जीरो कंपनी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
तीनों को रिलायंस के बोर्ड में शामिल किया गया है और मुकेश अंबानी ने 2023 की AGM में कहा था कि वह अगले 5 साल तक चेयरमैन और CEO बने रहेंगे ताकि अगली पीढ़ी को गाइड कर सकें।
रिलायंस: भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट कैप 17.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है। कंपनी टेक्सटाइल से शुरू होकर आज एनर्जी, रिटेल, टेलीकॉम और डिजिटल सर्विसेज में प्रमुख खिलाड़ी बन चुकी है।
जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी, देश का सबसे बड़ा रिटेल नेटवर्क, और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे जियो, नेटमेड्स, अर्बन लैडर, बुकमायशो इसकी पहचान हैं।
धीरूभाई से मुकेश तक: संघर्ष से समृद्धि तक
धीरूभाई अंबानी ने बिना किसी पुश्तैनी संपत्ति के 1966 में रिलायंस की नींव रखी थी। 2002 में उनके निधन के बाद, मुकेश और अनिल अंबानी के बीच विरासत को लेकर विवाद हुआ। कोकिलाबेन अंबानी की मध्यस्थता और वीके कामत के हस्तक्षेप से 2005 में कंपनी का बंटवारा हुआ।
बंटवारे में मुकेश के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज, पेट्रोकेमिकल्स और टेलीकॉम आए, जबकि अनिल को आरकॉम, रिलायंस कैपिटल और एनर्जी का कारोबार मिला। समय के साथ मुकेश अंबानी ने रिलायंस को ऊंचाइयों पर पहुंचाया, जबकि अनिल का बिजनेस धीरे-धीरे गिरावट में चला गया।
रोचक तथ्य: आम से लेकर स्काइट्रैन तक
- रिलायंस जामनगर में एशिया का सबसे बड़ा आम का बाग भी चलाती है।
- मुंबई इंडियंस, इंडियन सुपर लीग, और नेटवर्क 18 जैसे ब्रांड भी रिलायंस के पास हैं।
- रिलायंस ने स्काइट्रैन (मैग्नेटिक पॉड्स), ड्रोन कंपनी एस्टेरिया, और AR कंपनी टेसेरेक्ट में निवेश कर भविष्य की तकनीकों में दांव लगाया है।
- होटल इंडस्ट्री में भी रिलायंस ने मैंडरिन ओरिएंटल, न्यूयॉर्क और ब्रिटेन का स्टोक पार्क खरीदा है।
आने वाले सालों की चुनौतियां
हालांकि रिलायंस की पकड़ मजबूत है, लेकिन रिटेल सेक्टर में अमेज़न और डीमार्ट, तथा न्यू एनर्जी सेक्टर में गौतम अडाणी जैसे प्रतिस्पर्धियों से मुकाबला कठिन है। अंबानी परिवार को अपनी विरासत को आगे बढ़ाने के साथ-साथ इन चुनौतियों का भी सामना करना होगा।
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