The big decision: भोपाल | प्रदेश के किसानों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की फसलों की सरकारी खरीदी हेतु किसानों का पंजीयन 19 जून 2025 से प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि पंजीयन और उपार्जन की संपूर्ण प्रक्रिया पारदर्शी और सुगम तरीके से सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने केंद्र को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। केंद्र द्वारा तय किए गए समर्थन मूल्य के अनुसार:
- मूंग का एमएसपी ₹8,682 प्रति क्विंटल
- उड़द का एमएसपी ₹7,400 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
यह निर्णय किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांगों और विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों के बाद लिया गया है।
🌾 फसल और उत्पादन स्थिति
- मूंग: कटाई मई के तीसरे सप्ताह से जून के पहले सप्ताह तक।
- अनुमानित क्षेत्र: 14.35 लाख हेक्टेयर
- अनुमानित उत्पादन: 20.23 लाख मीट्रिक टन
- उड़द: 13 जिलों में फसल, वही कटाई अवधि।
- अनुमानित क्षेत्र: 0.95 लाख हेक्टेयर
- अनुमानित उत्पादन: 1.24 लाख मीट्रिक टन
🧾 पंजीयन प्रक्रिया
किसानों को पंजीयन के समय निम्न दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- भू-अधिकार ऋण पुस्तिका की प्रति
- बटाईदारों को अनुबंध की प्रति अनिवार्य रूप से देनी होगी
सहकारी संस्थाएं उपार्जन कार्य देखेंगी और किसानों को भुगतान की प्रिंटेड रसीद प्रदान की जाएगी। सरकार ने गुणवत्ता मानकों और प्रचार-प्रसार की कार्ययोजना भी तैयार कर ली है, ताकि किसानों को फसल का उचित मूल्य मिल सके और बिचौलियों से मुक्ति मिले।
🗣️ मुख्यमंत्री का वक्तव्य:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। मूंग और उड़द की सरकारी खरीदी से किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।”
विशेष सूचना: पंजीयन प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी और स्थानवार पंजीयन केंद्रों की सूची जल्द ही कृषि विभाग की वेबसाइट और स्थानीय स्तर पर पंचायतों के माध्यम से जारी की जाएगी।
साभार…
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