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Three children: एम्बुलेंस-अस्पताल में महिला ने दिया तीन बच्चों को जन्म

एम्बुलेंस-अस्पताल में महिला ने दिया

जच्चा-बच्चा चारों सुरक्षित, जिला अस्पताल में कराया भर्ती

Three children: बैतूल। एक साथ किसी महिला के तीन बच्चे या फिर इससे अधिक बच्चों को जन्म देने के मामले लाखों में एकाध ही होते हैं। ऐसा ही एक मामला बैतूल जिले के भीमपुर में सामने आया है जहां एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिन दिया है। इसमें खास बात यह है कि महिला की तीनों नार्मल डिलेवरी हुई है। महिला ने दो बेटी और एक बेटे को जन्म दिया है। महिला सहित तीनों बच्चों को जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
भीमपुर बीएमओ डॉ. दीपक कुमार निगवाल ने बताया कि भीमपुर से 35 किमी. दूर बोरी गांव में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल लाने के लिए जननी एक्सप्रेस भेजी गई थी। गांव से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीमपुर लाते समय बीच में ही महिला को प्रसव हो गया और उसने एक बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद महिला और बच्चे को भीमपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पुन: महिला को प्रसव पीड़ी हुई और उसने दो और बच्चों को जन्म दे दिया। इनमें से दो बेटियां और एक बेटा है। श्री निगवाल ने बताया कि खास बात यह है कि तीनों ही डिलेवरी नार्मल हुई है और तीनों बच्चे सहित उनकी माँ भी स्वस्थ्य है। बच्चों का वजन भी नार्मल है।


एक साथ आई तिहरी खुशियां


भीमपुर विकासखंड के ग्राम बोरी निवासी पांसे परिवार में 1 अप्रैल को तीन बच्चों का जन्म हुआ। सुशीला पति संजू पांस को प्रसव पीड़ा होने पर एक बेटी का जन्म उनके बोरी स्थित निवास पर ही हुआ।उसके बाद भी वह दर्द से तड़प रही थी, परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीमपुर लाया, यहां महिला ने दो और बच्चों को जन्म दिया महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तत्काल जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। तीनों बच्चे और मां सुरक्षित है। उन्हें आईसीयू में रखा गया जहां से आज दोपहर में नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। एक साथ तिहरी खुशियों से पांसे परिवार में उत्सव का माहौल है। बच्चो का ध्यान फिलहाल परिजन रख रहे है।


9 माह में नहीं कराई थी सोनोग्राफी


सामान्य प्रसव के दौरान महिला केवल एक बच्चे की पीड़ा ही महसूस करती है, लेकिन तीन बच्चों में महिला की पीड़ा उससे अधिक होती है और डिलीवरी के दौरान और बाद में उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जानकारी के अनुसार महिला की 9 महीने के दौरान एक बार भी सोनोग्राफी नहीं हुई थी। यदि ऐसा होता तो परिवार पहले से सतर्क रहता। 2 अप्रैल को सुबह मां की हालत गंभीर होने पर उसे आईसीयू में रखा गया अब हालत सामान्य बताई जा रही है। जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर धाकड़ ने बताया कि आमतौर पर नवजात बच्चे का सामान्य वजन 2.5 माना जाता है। भीमपुर से इस केस को रेफर किया गया था। तीनों बच्चों का जन्म जिला अस्पताल आने से पहले ही हो गया था। उन्होंने बताया कि दो गर्ल चाइल्ड और एक बॉय चाइल्ड को महिला ने जन्म दिया है जिनका वजन क्रमश: 2.2, 2.4 2.3 किलो है।तीन बच्चों के हिसाब से यह वजन नॉर्मल है ।सभी सुरक्षित है। तीन बच्चों के जन्म को लोग चमत्कार भी मान रहे है।


108 एंबुलेंस से लाया जिला अस्पताल


108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी शुभम धोटे ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी। उन्हें तीन बच्चों के साथ जिला अस्पताल लाया गया था। 1 अप्रैल को करीब 11 बजे रेफर किया गया और 1 बजे महिला को जिला अस्पताल में भर्ती किया।

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