Tight security: श्रीनगर | इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है और इसे अब तक की सबसे कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया जाएगा। पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रा की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता में रखा है।
1 लाख जवानों की तैनाती, 4,000 हाई-टेक CCTV कैमरे
इस साल यात्रा के लिए 1 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। अकेले 60 किमी लंबे दोनों यात्रा मार्गों—पहलगाम (46 किमी) और बालटाल (14 किमी) पर 35 हजार जवान हर समय तैनात रहेंगे। सुरक्षा के लिए 4,000 हाई रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी भी शामिल है। ये कैमरे 6 कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। कई स्थानों पर बंकरों का निर्माण भी किया जा रहा है।
ट्रैक और सुविधाओं पर जोर
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड और अन्य विभागों के अधिकारी ट्रैक को साफ करने, कैंप लगाने और जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए लगातार कार्यरत हैं।
- बालटाल मार्ग पर: बालटाल, नीलग्रथ डोमेल, संगम, लोअर गुफा और पवित्र गुफा तक शिविर बनाए जा रहे हैं।
- पहलगाम मार्ग पर: नंदीवान, चंदनवाड़ी, पिसु टॉप, शेषनाग और पंचतरणी तक ट्रैक साफ करने और कैप्स की व्यवस्था हो रही है।
बालटाल और नंदीवान में नए यात्री भवन बन रहे हैं, और श्रीनगर में 6 मंजिला यात्री निवास की दो और मंजिलें इस साल यात्रियों के लिए खोल दी जाएंगी।
स्वच्छता और सुविधाएं
यात्रा मार्ग पर 5,000 शौचालय लगाए जाएंगे और उनकी सफाई के लिए 2,000 कर्मचारी तैनात होंगे। यह जिम्मेदारी ग्रामीण विकास विभाग को दी गई है।
हेलिकॉप्टर सेवाएं और ट्रैकिंग सिस्टम
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध होंगी, जिनकी बुकिंग जून से शुरू होगी।
- पहलगाम मार्ग पर: श्रीनगर → पहलगाम → पंचतरणी
- बालटाल मार्ग पर: श्रीनगर → नीलग्रथ → पंचतरणी
सभी वाहनों और यात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग से लैस किया जाएगा, जिससे उनकी रियल-टाइम लोकेशन पर नजर रखी जा सके।
4 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं रजिस्ट्रेशन
अब तक देशभर से 4 लाख से अधिक श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
कश्मीर जोन के आईजीपी वी.के. बिर्दी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि हर श्रद्धालु की यात्रा सुरक्षित और सुविधाजनक हो।”
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