मंत्री और विधायक ने किया भूमिपूजन
White Topping Road:बैतूल। शहर में बार-बार सडक़ बनना और खराब होने से निजात दिलाने के लिए शहर की दो प्रमुख सडक़ें नई तकनीकी से बनाई जा रही हैं। तीन करोड़ की लागत से दो किमी. सडक़ निर्माण के लिए आज भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री दुर्गादास उइके, बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल, नपाध्यक्ष पार्वती बाई बारस्कर, भाजपा जिलाध्यक्ष सुधाकर पंवार, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्षद्वय बसंत माकोड़े, आदित्य बबला शुक्ला, लोक निर्माण विभाग की कार्यपालन यंत्री प्रीति पटेल सहित पार्षदगण और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
शहर में लोक निर्माण विभाग की सडक़ों के निर्माण हेतु किए गए भूमिपूजन में लल्ली चौक से थाना चौक और रेस्ट हाऊस तिराहे से चौपाटी होते हुए पीडब्ल्यूडी कार्यालय तक सीसी रोड का निर्माण किया जा रहा है। इस निर्माण को लेकर मंत्री श्री उइके ने बताया कि इस सडक़ निर्माण के बाद नागरिकों को एक अच्छी गुणवत्ता वाली सडक़ मिलेगी जो बार-बार खराब नहीं होगी। विधायक श्री खण्डेलवाल ने कहा कि सीसी रोड नई तकनीक व्हाइट टॉपिंग के रूप में बन रही है जिससे शहर के विकास में चार चांद लग जाएंगे। इस सडक़ के बनने से नागरिकों को काफी सुविधा मिलेगी।
पीडब्ल्यूडी की कार्यपालन यंत्री प्रीति पटेल ने बताया कि क्लीन कंक्रीट और व्हाइट टॉपिंग एक आधुनिक सडक़ निर्माण तकनीक है जिसमें सीमेंट कंक्रीट की एक मजबूत परत को पहले से बनी हुई डामर (अस्फाल्ट) सडक़ पर बिछाया जाता है। यह सडक़ को अधिक टिकाऊ, मजबूत और लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करती है। इस सडक़ में छोटे-छोटे पैनल बनाए जाते हैं जिसमें उसमें क्रेक नहीं आते हैं और अगर आते भी हैं तो उसकी करने में आसानी होती है। डामर की तुलना में सीमेंट कंक्रीट की सडक़ें ज्यादा मजबूत होती हैं और इनकी उम्र भी लंबी होती है। डामर की सडक़ों की तरह गर्मी में यह नहीं पिघलती, जिससे सडक़ खराब नहीं होती। एक बार बनने के बाद लंबे समय तक मरम्मत की जरूरत नहीं पड़ती। इसका रंग हल्का (व्हाइट या ग्रे) होता है, जिससे यह सूरज की गर्मी कम सोखती है और वातावरण थोड़ा ठंडा रहता है। व्हाइट टॉपिंग सडक़ पर गाडय़िों के टायर की पकड़ बेहतर होती है, जिससे फिसलने की संभावना कम होती है।
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