Winter’s knock: डिजिटल डेस्क। अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही मौसम ने करवट ले ली है। जहां सितंबर में पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की खबरें सुर्खियों में रहीं, वहीं अब पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढकने लगी हैं। इस बार सर्दियां अपेक्षा से पहले दस्तक दे रही हैं। उत्तर भारत के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में सुबह-शाम की ठंडक महसूस की जा रही है और हवा में प्रदूषण व ठंडक दोनों बढ़ने लगे हैं।
🌨️ पहाड़ों पर बर्फ, मैदानों में सिहरन
मानसून की विदाई के साथ ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। अक्टूबर के पहले ही हफ्ते में सर्द हवाओं का असर उत्तर भारत में साफ दिख रहा है।
दिल्ली में शुक्रवार को इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान (20 डिग्री) दर्ज किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में बे-मौसम बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो दीपावली पर भी बारिश हो सकती है।
🌡️ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बदला मौसम
मध्य प्रदेश में मौसम तेजी से ठंडा हो रहा है। इंदौर में आसमान साफ है, जबकि भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और सतना में बादल छाए रहने की संभावना है। कई जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री से नीचे चला गया है।
छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई से पहले एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। रायपुर समेत कई जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना जताई गई है।
🌧️ दक्षिण भारत में जारी मानसून
गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, सिक्किम और तेलंगाना में मानसून के अवशेष अब भी सक्रिय हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3-4 दिनों में मानसून पूरी तरह विदा हो जाएगा।
वहीं, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
⚠️ स्वास्थ्य पर असर और सावधानी
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि ठंडी हवाओं और नमी के कारण सर्दी-जुकाम और श्वसन रोगों का खतरा बढ़ सकता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सुबह-शाम बाहर निकलते समय गरम कपड़ों का प्रयोग करें और खानपान में मौसमी फल-सब्जियों को शामिल करें।
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