World health day: नई दिल्ली | विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को स्वस्थ जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने संस्कृत श्लोक “आरोग्यम् परमं भाग्यम्” का उल्लेख करते हुए कहा कि अच्छा स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा सौभाग्य है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर जीवनशैली में सुधार और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो संदेश के जरिए मोटापे की बढ़ती समस्या पर चिंता जताई और लोगों से खाने में तेल का प्रयोग 10% तक कम करने की अपील की। उन्होंने कहा, “जीवनशैली में बदलाव ने भारतीयों के स्वास्थ्य को चुनौती दी है, और मोटापा एक गंभीर खतरे के रूप में सामने आया है।” उन्होंने स्वास्थ्य को सबसे बड़ी पूंजी बताया और नियमित व्यायाम को जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार हेल्थ सेक्टर में निवेश को प्राथमिकता दे रही है, क्योंकि एक स्वस्थ समाज ही समृद्ध राष्ट्र की नींव रखता है।
वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम और उद्देश्य
विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल 7 अप्रैल को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1950 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा की गई थी, जबकि WHO की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी। इस साल WHO की थीम है – “Healthy Beginnings, Hopeful Futures”, जो अच्छे स्वास्थ्य की शुरुआत और उज्ज्वल भविष्य पर केंद्रित है।
भारत में हेल्थ सेक्टर की प्रगति
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं:
- आयुष्मान भारत योजना (2018):
10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया है। यह दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना मानी जाती है। - राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और मातृ-शिशु योजनाएं:
जैसे जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान से मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। - मातृ मृत्यु दर (MMR) में उल्लेखनीय गिरावट:
- 2000 में MMR: 384 प्रति 100,000 जन्म
- 2020 में MMR: 103 प्रति 100,000 जन्म
- भारत की सालाना गिरावट दर: 6.36%, जो वैश्विक औसत 2.07% से कहीं बेहतर है।
महिलाओं के स्वास्थ्य की स्थिति और एनीमिया की चुनौती
हालांकि महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार देखा गया है, फिर भी भारत में 50% से अधिक महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, लेकिन अभी भी सतत प्रयासों की आवश्यकता है।
डिजिटल हेल्थकेयर में भारत की पहल
भारत ने स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में भी उल्लेखनीय कदम उठाए हैं:
- राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (NDHM) – 2020:
इस पहल में हेल्थ ID, डिजिटल रिकॉर्ड, Digi Doctor और स्वास्थ्य सुविधाओं की डिजिटल रजिस्ट्री शामिल है। - आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन:
नागरिकों को उनके हेल्थ रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदान की जा रही है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश सिर्फ एक अपील नहीं, बल्कि स्वस्थ भारत के निर्माण की दिशा में संकल्प है। सरकार की योजनाएं, डिजिटल हेल्थकेयर की पहल और नागरिकों की भागीदारी ही मिलकर एक स्वस्थ, समृद्ध और सशक्त भारत की नींव रखेंगी।
साभार..
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