Conspiracy: श्रीनगर। गणतंत्र दिवस (2025) से पहले सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में एक बड़े आतंकी हमले के षड्यंत्र को विफल कर दिया है। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि गुलाम जम्मू-कश्मीर में बैठे आतंकी हैंडलरों ने इन हथियारों को कुपवाड़ा के करालपोरा इलाके के जंगलों में पहुंचाया था।
सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन
- विशेष सूचना पर कार्रवाई:
सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि गुलाम जम्मू-कश्मीर से आतंकियों ने हथियारों की खेप कुपवाड़ा के करालपोरा जंगलों में छिपाई है। - संयुक्त तलाशी अभियान:
सेना, बीएसएफ, और पुलिस ने संयुक्त रूप से तीन दिन तक जंगलों में तलाशी अभियान चलाया। - बरामदगी:
सुरक्षाबलों ने टीपी जंगल में हथियारों का जखीरा बरामद किया, जिसमें शामिल हैं:- एक पिस्तौल
- एक मैगजीन
- आठ कारतूस
- पांच हथगोले
- एसाल्ट राइफल के 270 कारतूस
क्षेत्र की जांच जारी
सुरक्षाबलों के अनुसार, बरामदगी का स्थान पूरी तरह से बर्फ से ढका हुआ था।
- संदिग्धों की जांच:
टीपी जंगल के आसपास रहने वाले संदिग्ध तत्वों से पूछताछ की जा रही है। - कोई गिरफ्तारी नहीं:
अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी के कश्मीर दौरे की तैयारियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 13 जनवरी के प्रस्तावित जम्मू-कश्मीर दौरे के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
- एसपीजी की तैनाती:
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) का दल श्रीनगर पहुंच चुका है। - सुरक्षा चक्र का निरीक्षण:
एसपीजी ने गांदरबल जिले के ज़ेड मोड़ और गगनगीर क्षेत्रों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया। - पिछली घटना:
सुरंग निर्माण के दौरान 22 अक्तूबर 2024 को आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें छह बाहरी मजदूरों सहित सात लोग मारे गए थे।
सुरक्षा में सख्ती
गणतंत्र दिवस और प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षाबलों की सतर्कता से यह बड़ी साजिश नाकाम रही, जिससे संभावित बड़े हमले को टाल दिया गया।
source internet… साभार….
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