आध्यात्मिक महासम्मेलन में ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने दिए प्रेरक वक्तव्य
General conference: बैतूल। हम दिन भर में जो बोलते हैं, जो सोचते हैं, जो कर्म करते हैं, जैसा व्यवहार करते हैं, वह सब हमारे घर के वातावरण को हमारे अंदर के वातावरण को प्रभावित करता है। आजकल इंटरनेट मीडिया का जमाना है जिसमें कई प्रकार के इन्फार्मेशन हम लोग लगातार लेते हैं। उसकी क्वालिटी क्या है, अगर वह नेगेटिव है, व्यर्थ है, उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं है, तो हमारे मन का, हमारे घर का वातावरण भी इसी प्रकार का होगा। अगर घर के वातावरण को शुद्ध करना है, पावरफुल बनाना है, अपने मन को शक्तिशाली बनाना है तो हमें अपने विचारों शब्दों और कर्मों की क्वालिटी को सकारात्मक श्रेष्ठ और पावरफुल बनाना होगा। सोच हमारे संस्कार बनाती है, संस्कार से कर्म बनते हैं और कर्मों ही भाग्य बनता है। शुद्ध और सकारात्मक सोच श्रेष्ठ भाग्य का आधार है।यह बातें ब्रह्माकुमारी की विश्व प्रसिद्ध वक्त वक्त राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने गुरुवार शाम को लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित डिजाइन योर डेस्टिनी कार्यक्रम में कही।
अच्छाई-बुराई को किया परिभाषित

उन्होंने दाहिने एवं बाएं हाथ का उदाहरण देते हुए अच्छाई एवं बुराई को परिभाषित करते हुए कहा कि चिंता चिता के समान होती है। हमें ध्यान करना चाहिए न कि चिंता। चिंता को बाएं हाथ में रखकर उसे खत्म करना चाहिए और ध्यान को हमारे दाहिने हाथ में रखकर अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। उन्होंने मोबाइल के गुलाम नहीं मालिक बनने की सलाह देते हुए कहा कि मोबाइल को अपनी जरूरत के लिए उपयोग किया जाना चाहिए। शाम को सात से दस बजे रात तक मोबाइल को दूर रखकर अपने परिवारजनों के साथ चर्चा करें। उसके साथ समय बिताएं।इससे हमारे परिवार का वातावरण बेहद सुधर जाएगा, घर में सकारात्मक उर्जा आएगी।
भाग्य का विधाता ऊपर वाला नहीं

भाग्य का विधाता उपरवाला नहीं है, हमारे कर्म से ही हम सबका भाग्य बनता है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक हाथ से हम अच्छा फेंकते हैं, तो हमारी ओर अच्छा ही आएगा। मतलब हमने सामने वाले से जैसा व्यव्हार किया है हमारे साथ भी वैसा ही होगा। मोबाइल और टीवी से अच्छी बातें सीखें, घरों को तोडऩे वाले सीरियल देखकर ही हमारे घरों का वायुमंडल बिगड़ रहा है। आज जरूरत है कि हम अच्छा ग्रहण कर घर का वायुमंडल सुधारें। इस पर स्वयं अमल करें। घर में विवाद की स्थिति में स्वयं शांत हो जाएं, अपना अहं त्याग दें।
यह थे मौजूद
इस कार्यक्रम में विधायक हेमंत खंडेलवाल, डा योगेश पंडाग्रे, गंगा उईके, चंद्रशेखर देशमुख, नपा अध्यक्ष पार्वती बारस्कर, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे, पूर्व विधायक निलय डागा, जिला सत्र न्यायाधीश दिनेश चंद्र थापलियाल, संयुक्त कलेक्टर मकसूद अहमद, बीजेपी जिला अध्यक्ष सुधाकर पवार सहित नगर के कई गणमान्य नागरिक, अधिकारी एवं जिले भर से आए नागरिक उपस्थित रहे।
Leave a comment