वन विभाग करता था प्लांट संचालित
खेड़ीसावलीगढ़(मनोहर अग्रवाल)। दक्षिण वन मंडल सामान्य के ताप्ती वन परिक्षेत्र अंतर्गत सघन वनों के लिए विख्यात महुपानी में वर्षों पूर्व लगे तिखाड़ी आयल प्लांट अब रखरखाव के अभाव में कबाड़ बन गया है। तिखाड़ी रुसा घास की खेती स्वयं वन विभाग द्वारा की जाती थी और इसी प्लांट पर तिखाड़ी घास का तेल निकाला जाता था जिससे वन विभाग को लाखों की कमाई होती थी।
यह प्लांट सावलमेढ़ा और महुपानी में ही लगे थे लेकिन वन विभाग ने अब धीरे-धीरे इस घास का ही उत्पादन बंद कर दिया जिससे घास का तेल निकालने वाली मशीन बंद हो गई जो अब कबाड़ बन गई है। वन विभाग को अब यह रुसा घास का उत्पादन शुरू कर देना चाहिए जिससे गरीब आदिवासियों को रोजगार भी मिलेगा और वन विभाग को आय भी होगी।
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