रसेल वाइपर से लड़ी, 26 बार डंसा गया, फिर भी नहीं छोड़ा
Amazing bravery:मेरठ | इंसानों और जानवरों की वफादारी की कई कहानियाँ हमने सुनी हैं, लेकिन मेरठ के दौराला इलाके में जो हुआ, वह एक मिसाल बन गया। एक पांच साल की अमेरिकन बुल डॉगी ‘मिनी’ ने अपने मालिक के बेटे को जहरीले रसेल वाइपर सांप से बचाने के लिए अपनी जान तक दे दी।
🐕 डॉगी ‘मिनी’ बनी रक्षक
दौराला निवासी किसान अजय कुमार उर्फ कल्लू के परिवार में मिनी एक सदस्य की तरह थी। मंगलवार रात करीब 3 बजे, उनका बेटा वंश (23) चारपाई पर गेट की ओर सो रहा था। उसी वक्त घर में रसेल वाइपर, जो बेहद जहरीला और आक्रामक सांप होता है, चुपचाप अंदर घुस आया।
जैसे ही सांप वंश की चारपाई के पास पहुंचा, मिनी ने जोर-जोर से भौंकते हुए हमला बोल दिया। भौंकने की आवाज से वंश की नींद खुली, तो देखा कि मिनी सांप को अपने जबड़े में पकड़े उसे खींचकर चारपाई से दूर कर रही थी।
☠️ सांप ने 26 बार काटा, फिर भी डॉगी नहीं डरी
सांप ने मिनी को लगातार 26 जगह डंसा, लेकिन वह डटी रही। परिवार ने जब तक सांप को पकड़ा और जंगल में छोड़ा, मिनी बेहोश हो चुकी थी। उसे मोदीपुरम और फिर गाजियाबाद के अस्पताल ले जाया गया, जहां वह 27 घंटे तक ज़िंदगी और मौत से जूझने के बाद चल बसी।
🕊️ परिवार में शोक, लेकिन गर्व भी
कल्लू परिवार की आंखें मिनी की याद में नम हैं। वंश का कहना है, “मिनी ने हमारी जान बचा ली, हम उसे कभी नहीं भूलेंगे।” बुधवार को उन्होंने एक नई डॉगी लाकर उसका नाम भी ‘मिनी’ रखा।
🐍 वन विभाग ने की पुष्टि: यह रसेल वाइपर ही था
DFO राजेश कुमार ने बताया, “रसेल वाइपर बेहद जहरीला होता है और मेरठ के सरधना रेंज में पाए जाने वाले 28 सांपों में सबसे खतरनाक गिना जाता है। इसके काटने पर एक घंटे में मौत हो सकती है।”
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