भारत ने किसी मध्यस्थता से किया इनकार
Discussion:नई दिल्ली/वॉशिंगटन | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बुधवार को टेलीफोन पर 35 मिनट लंबी अहम बातचीत हुई। इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प को ऑपरेशन सिंदूर और भारत द्वारा उठाए गए आतंकवाद विरोधी कदमों की विस्तृत जानकारी दी।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि यह बातचीत अमेरिका की पहल पर हुई, जिसमें दोनों नेताओं के बीच भारत-पाक संघर्ष, आतंकवाद, और भविष्य की द्विपक्षीय योजनाओं पर विचार-विमर्श हुआ।
🔹 पाकिस्तान को चेतावनी: अब आतंकवाद को सीधे युद्ध माना जाएगा
पीएम मोदी ने ट्रम्प को स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवादी घटनाओं को प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि सीधा युद्ध मानता है। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या की गई थी, के बाद भारत ने कड़े कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया।
6-7 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान और POK में मौजूद आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें तबाह कर दिया। भारत की कार्रवाई पूरी तरह नपे-तुले, सटीक और नॉन-एस्केलेटरी रही।
🔹 भारत-पाक संघर्ष में अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं: विदेश सचिव
मिसरी ने स्पष्ट किया कि भारत ने सैन्य कार्रवाई रोकने का निर्णय पाकिस्तान की अपील पर लिया, न कि अमेरिका की किसी मध्यस्थता के चलते। उन्होंने कहा, “भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता और यह नीति आगे भी जारी रहेगी।”
उन्होंने बताया कि 9 मई की रात अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी से फोन पर बात की थी और चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान बड़ा हमला कर सकता है। इस पर मोदी ने जवाब दिया कि भारत किसी भी हमले का कड़ा और बड़ा जवाब देगा।
10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की अपील की गई, जो दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य अधिकारियों के संपर्क के जरिए लागू हुई।
🔹 ट्रम्प के दावों पर भारत की प्रतिक्रिया
ट्रम्प ने सीजफायर को लेकर अब तक 13 बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध को रोका। हालांकि भारत ने इन दावों को कूटनीतिक रूप से खारिज किया है।
पीएम मोदी ने ट्रम्प से कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान भारत-अमेरिका ट्रेड डील या कोई कूटनीतिक हस्तक्षेप चर्चा में नहीं आया था।
🔹 द्विपक्षीय संबंध: क्वाड बैठक के लिए ट्रम्प को न्योता
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प को आगामी क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे ट्रम्प ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
इसके साथ ही दोनों नेताओं ने इजराइल-ईरान संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक शांति प्रयासों की भी चर्चा की और सहमति जताई कि “सीधी बातचीत से ही समाधान संभव है।”
🔹 पृष्ठभूमि: ऑपरेशन सिंदूर और भारत की कार्रवाई
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए 5 बड़े फैसले लिए थे:
- सिंधु जल संधि निलंबित,
- वीजा प्रक्रिया बंद,
- अटारी चेक पोस्ट सील,
- राजनयिक संबंध सीमित,
- और ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत।
इसके बाद 7 से 10 मई तक चले सैन्य संघर्ष में भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस को इनऑपरेबल बना दिया, जिससे पाकिस्तान को सैन्य कार्रवाई रोकने पर मजबूर होना पड़ा।
साभार…
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