Bhoomi Pujan: खंडवा | खंडवा में श्रद्धा और परंपरा का प्रतीक दादा धूनीवाले मंदिर अब और भव्य रूप लेगा। सोमवार को मंदिर के नवनिर्माण की नींव विधिवत रूप से रखी गई। शुभारंभ पांच कन्याओं द्वारा गेंती चलाकर किया गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहुंचकर भूमि पर पुष्पांजलि अर्पित की और भूमिपूजन किया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल कन्याओं और संतों को 500-500 रुपए भेंट कर आशीर्वाद लिया।
🛕 100 करोड़ की लागत से बनेगा नया मंदिर
नवनिर्मित मंदिर की अनुमानित लागत 100 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसका वास्तुशिल्प अत्यंत भव्य होगा, जिसमें 84 ओपन और 24 कवर मिलाकर कुल 108 खंभे होंगे। यह निर्माण धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनेगा।
🔥 1930 से जल रही है अखंड धूनी
खंडवा के इस ऐतिहासिक स्थल पर श्री केशवानंद महाराज (बड़े दादाजी) और श्री हरिहरानंद महाराज (छोटे दादाजी) की समाधियां स्थित हैं। वर्ष 1930 में बड़े दादाजी, और 1942 में छोटे दादाजी ने यहाँ समाधि ली थी। तब से अब तक यहां अखंड धूनी जल रही है, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनी हुई है।
🍲 श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था
यहां आने वाले श्रद्धालुओं, नर्मदा परिक्रमा करने वालों और सेवकों के लिए बड़े स्तर पर भंडारे की व्यवस्था की जाती है, जिसमें प्रतिदिन सुबह-शाम टिक्कड़ और दाल की प्रसादी वितरित की जाती है। साथ ही, दिन में चार बार दादाजी की समाधि पर भोग अर्पित किया जाता है।
🕉️ धर्मसभा में जुटे संत
भूमिपूजन के अवसर पर देशभर के कई प्रमुख संत खंडवा पहुंचे। सभी ने इस ऐतिहासिक निर्माण को “धार्मिक जागरण और आस्था की पुनर्पुष्टि” करार दिया।
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