Tests: नई दिल्ली | भारत ने स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करते हुए 28 और 29 जुलाई को लगातार दो दिनों तक ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह जानकारी रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने दी। इन परीक्षणों को भारतीय सेना की आवश्यकताओं के अनुरूप अंजाम दिया गया ताकि मिसाइल की सटीकता और प्रभाव को अलग-अलग दूरी पर परखा जा सके।
🔹 दोनों परीक्षण पूरी तरह सफल
मिसाइल ने निर्धारित दिशा में उड़ान भरते हुए लक्ष्य को सटीकता से भेदा।
DRDO ने पुष्टि की है कि परीक्षणों में सभी तकनीकी मानदंडों और उद्देश्यों को पूरी तरह पूरा किया गया।
➡️ यह सफलता भारत के स्वदेशी रक्षा कार्यक्रम की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
🚀 ‘प्रलय’ मिसाइल की खासियत
प्रलय एक कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है।
यह जमीन से जमीन पर वार करने में सक्षम है।
इसका उपयोग दुश्मन के सामरिक ठिकानों को त्वरित और निर्णायक रूप से नष्ट करने में किया जा सकता है।
मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से विकसित की गई है।
🛡️ भारत की सैन्य ताकत को मजबूती
इस सफल परीक्षण के बाद उम्मीद की जा रही है कि ‘प्रलय’ मिसाइल निकट भविष्य में भारतीय सेना का अहम हिस्सा बनेगी। यह मिसाइल:
तेजी से तैनाती योग्य है,
सटीक निशाना साधने में सक्षम है,
और दुश्मन के लिए रणनीतिक चुनौती बन सकती है।
📣 DRDO का बयान
“प्रलय मिसाइल के दोनों परीक्षण सभी निर्धारित उद्देश्यों और मानकों पर पूरी तरह खरे उतरे। मिसाइल ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया।”
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