Tariff: वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि भारत पर 50% टैरिफ लगाने का फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि लंबे समय तक दोनों देशों के बीच “एकतरफा रिश्ता” रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत, अमेरिकी सामानों पर दुनिया का सबसे ज्यादा यानी 100% टैरिफ लगाता रहा है, जिससे दोनों देशों के व्यापार में भारी असंतुलन पैदा हुआ।
ट्रम्प ने प्रेस ब्रीफिंग में उदाहरण देते हुए बताया कि अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन भारत में मोटरसाइकिल नहीं बेच पा रही थी, क्योंकि उस पर 200% तक का टैरिफ लगाया गया। बाद में कंपनी ने भारत में प्लांट लगाकर इससे राहत पाई।
टैरिफ को बताया ‘हथियार’
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका की टैरिफ नीति ने बातचीत की ताकत दी है। उन्होंने इसे “जंग सुलझाने वाला जादुई हथियार” बताते हुए दावा किया कि इसी नीति से उन्होंने सात बड़े टकराव टाल दिए। भारत पर 50% टैरिफ लगाने के साथ ही रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत को 25% अतिरिक्त शुल्क देना पड़ रहा है।
बाइडेन प्रशासन पर हमला
ट्रम्प ने बाइडेन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में अमेरिका दुनिया की रीढ़ की तरह मजबूत था, लेकिन मौजूदा प्रशासन ने उसे कमजोर कर दिया। उन्होंने दावा किया कि उनकी टैरिफ नीतियों की वजह से अमेरिका आज आर्थिक रूप से सबसे ताकतवर बन गया है।
विदेशी कंपनियों को अमेरिका खींचने का दावा
ट्रम्प ने कहा कि उनकी नीतियों के कारण हजारों विदेशी कंपनियां अमेरिका में निवेश कर रही हैं। कई कार कंपनियां चीन, मेक्सिको और कनाडा छोड़कर अमेरिका में फैक्ट्री स्थापित कर रही हैं। इसका लाभ अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मिल रहा है।
भारत से जुड़े रिश्तों पर कहा- ‘अच्छे हैं संबंध’
ट्रम्प ने साफ किया कि भारत पर लगाए गए टैरिफ कम करने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत के रिश्ते “बेहद अच्छे” हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत अब टैरिफ को 0% करने के लिए तैयार है, लेकिन यह कदम बहुत देर से आया है।
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