मैहर की वर्षा पटेल बनीं DSP, पाँचवें प्रयास में मिली सफलता
Success: मैहर (मध्यप्रदेश) – कहते हैं अगर जुनून और हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं होती। इस कहावत को सच कर दिखाया है मैहर की बेटी वर्षा पटेल ने, जिनका चयन मध्य प्रदेश पीएससी 2024 की परीक्षा में डीएसपी पद पर हुआ है। वर्षा ने महिला वर्ग में प्रथम रैंक हासिल कर न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे मैहर जिले का नाम रोशन किया है।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
वर्षा के पिता दमोह में सीमेंट फैक्ट्री में कार्यरत थे, जहां उन्होंने शुरुआती पढ़ाई की। 10वीं में 8.4 सीजीपीए और 12वीं में 75% अंक प्राप्त करने के बाद उन्होंने दमोह के कमला नेहरू गर्ल्स कॉलेज से बायोलॉजी में स्नातक किया। लेकिन साल 2015 में पिता के निधन ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया। परिवार दमोह से मैहर शिफ्ट हो गया और परिस्थितियाँ कठिन होती चली गईं।
शादी और पति का सहयोग
साल 2017 में वर्षा का विवाह रामनगर निवासी संजय पटेल से हुआ। पति और ससुराल वालों के सहयोग से उन्होंने एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की। इंदौर में रहकर उन्होंने लगातार प्रयास जारी रखे। पहले चार अटेम्प्ट में असफल रहने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और पाँचवें प्रयास में सफलता हासिल की।
बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू
वर्षा की जिजीविषा का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 22 जुलाई 2025 को उन्होंने बेटी श्रीजा को जन्म दिया और मात्र 26 दिन बाद नवजात को गोद में लेकर इंटरव्यू देने पहुँचीं। गर्भावस्था और सिजेरियन डिलीवरी के बावजूद उन्होंने तैयारी और आत्मविश्वास को बनाए रखा।
पति ने छोड़ी नौकरी
वर्षा पहले से ही दुग्ध सांची विभाग रीवा में डेली डाक सहायक के रूप में कार्यरत थीं। उनकी सफलता के पीछे पति संजय पटेल का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने पत्नी की पढ़ाई और सपनों को पूरा करने के लिए वाराणसी में मैनेजर की नौकरी तक छोड़ दी।
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