Focus: नई दिल्ली/मुरैना। लगातार चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने बूथ स्तर पर पकड़ मजबूत करने के लिए ‘हर बूथ मजबूत’ अभियान शुरू किया है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी इस प्रोग्राम को खुद लीड कर रही हैं। इसके लिए देशभर से 5 विधानसभा सीटों को चुना गया है—मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और हरियाणा से एक-एक सीट।
मप्र में दिमनी विधानसभा चुनी गई
मध्य प्रदेश में प्रियंका गांधी ने मुरैना जिले की दिमनी सीट को चुना है। यह सीट फिलहाल भाजपा के कद्दावर नेता और विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के पास है। दिलचस्प बात यह है कि मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा आती हैं, जिनमें से 5 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा काबिज है।
कैसे होगा कार्यक्रम?
- हर विधानसभा क्षेत्र में 20-20 बूथों के क्लस्टर बनाए जाएंगे।
- हर क्लस्टर पर एक बूथ रक्षक नियुक्त होगा।
- बूथ रक्षक को प्रियंका गांधी की टीम ट्रेनिंग देगी।
- रक्षक यह सुनिश्चित करेगा कि वोटर लिस्ट में न तो सही मतदाता छूटे और न ही फर्जी नाम जुड़े।
- पुराने चुनावों की मतदाता सूचियों का एनालिसिस भी होगा।
क्यों चुनी गईं ये सीटें?
कांग्रेस ने उन सीटों पर फोकस किया है जहां हालिया लोकसभा चुनावों में पार्टी कम अंतर से हारी थी।
- 25 सीटों पर हार का अंतर 33 से 35 हजार वोट रहा।
- 30 सीटों पर अंतर 50 से 55 हजार के बीच रहा।
दिमनी का राजनीतिक महत्व
- दिमनी विधानसभा 2008 में अनारक्षित हुई।
- अब तक यहां भाजपा, कांग्रेस और बसपा—तीनों पार्टियों को जीत मिल चुकी है।
- 2023 में यहां से नरेन्द्र सिंह तोमर विधायक बने।
- 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नीटू सिकरवार मुरैना सीट से 52,530 वोटों से हारे, जबकि दिमनी से भाजपा को 16,024 वोटों की लीड मिली थी।
स्थानीय समीकरण
प्रियंका गांधी ने दिमनी की जिम्मेदारी राजस्थान के सिवाना से कांग्रेस नेता गोपाराम मेघवाल को सौंपी है। पार्टी का मानना है कि चंबल क्षेत्र में कांग्रेस की जड़ें मजबूत हैं और यहां से शुरू किया गया अभियान राष्ट्रीय स्तर पर असर दिखा सकता है।
साभार…
Leave a comment