हिंदू महासभा ने प्रदर्शन कर पुतला फूंका, केस दर्ज करने की मांग
Oppose: इंदौर(ई-न्यूज)। शीतला माता मंदिर में पहुंचे दिग्विजय सिंह का हिंदू सेना, व्यापारियों और महापौर सहित अन्य विरोध जताते हुए उनके दिग्विजय सिंह की फोटो पर चप्पलें मारी और उनका और राहुल गांधी पुतला दहन किया। इस दौरान महापौर ने कहा कि यह माहौल खराब कर रहे हैं इन पर केस दर्ज हो। वहीं शीतला माता बाजार व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमा भैया पंजवानी ने भी पुतला दहन को समर्थन दिया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने शहर के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश की, वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की, उन पर केस दर्ज होना चाहिए। पुष्यमित्र भार्गव ने पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बयान पर भी आपत्ति ली है।
माहौल खराब करने आए यहां
इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह और कांग्रेस का गर्त में जाने का एकमात्र कारण है मुस्लिम तुष्टिकरण। यदि किसी ने लव जिहाद को लेकर कोई प्रश्न उठाया है और समाज अगर उसके साथ में खड़ा है तो वहां दिग्विजय सिंह को जाने की जरूरत नहीं है। महापौर ने कहा कि केवल माहौल खराब करने के लिए वे यहां आए। मैं तो उल्टा ये कहूंगा कि शहर के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने के लिए, वैमनस्यता फैलाने के लिए दिग्विजय सिंह पर केस होना चाहिए।
ये है पूरा मामला
इंदौर के शीतलामाता बाजार में मुसलमानों को नौकरी पर रखने को लेकर चल रहे विवाद के बीच शनिवार को दिग्विजय सिंह यहां पहुंचे थे। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ था। दिग्विजय सिंह ने थाने पहुंचकर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की थी। मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि एक विधायक के समर्थक मुसलमानों को नौकरी न देने और उनके व्यापार बंद कराने की बात कह रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा, क्या यह कानूनन अपराध नहीं है और अगर है तो पुलिस ने अब तक एफआईआर क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उनका कसूर सिर्फ इतना है कि वे मुसलमान हैं। जो लोग ईमानदारी से व्यापार कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं, उन्हें धमकाना पूरी तरह से गलत है और इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस मामले में विवाद तब और बढ़ गया जब भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ ने व्यापारियों से अपील की कि वे अपनी दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दें। गौड़ ने 25 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया था।
साभार..
Leave a comment