सेवानिवृत्त आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र भदौरिया पर लोकायुक्त का शिकंजा
इंदौर। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे सेवानिवृत्त जिला आबकारी अधिकारी (डीईओ) धर्मेंद्र सिंह भदौरिया की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार को भी उनके ठिकानों पर छानबीन जारी रखी।
इंदौर की काउंटी वाक टाउनशिप स्थित उनकी निर्माणाधीन आलीशान कोठी की भव्यता देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए।
🏠 10 हजार वर्गफीट में इटालियन डिजाइन की कोठी
भदौरिया की कोठी 4700 वर्गफीट प्लॉट पर बन रही है, जिसमें 10 हजार वर्गफीट का कंस्ट्रक्शन प्रस्तावित है।
इसे इटालियन डिजाइन में तैयार कराया जा रहा है, जिसमें होम थिएटर, डिजाइनर सीढ़ियां, विशाल हाल, गार्डन और लग्जरी बेडरूम शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कोठी में लाखों के झूमर और चीन से मंगवाया गया फर्नीचर लगाया जा रहा है।
केवल निर्माण कार्य की लागत करीब ₹3.36 करोड़ आंकी गई है, जबकि प्लॉट समेत कुल कीमत ₹10 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, यह प्लॉट भदौरिया ने अपने बेटे सूर्यांश के नाम से खरीदा था।
🏦 बैंक खातों और बीमा पॉलिसियों में करोड़ों की रकम
एसपी (लोकायुक्त) डॉ. राजेश सहाय के अनुसार, जांच में भदौरिया के बैंक खातों में ₹1.26 करोड़ जमा मिले हैं।
इसके अलावा, उनके पास ₹13 लाख से अधिक की 21 बीमा पॉलिसियां पाई गई हैं।
टीम को चार लॉकर की जानकारी भी मिली है — जिनमें से एक पत्नी सीमा भदौरिया के नाम पर बैंक ऑफ बड़ौदा में है।
लोकायुक्त ने सभी बैंक खातों को फ्रीज करवा दिया है और लाकर खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
🌾 दामाद के फार्म हाउस और आलीराजपुर में भी सर्चिंग
छापेमारी के दौरान टीम को यह भी पता चला कि भदौरिया का एक भव्य फार्म हाउस मानपुर क्षेत्र में स्थित है, जो दामाद राघव के नाम पर है।
राघव, शराब कारोबारी ए.के. सिंह का गोद लिया बेटा बताया जा रहा है।
लोकायुक्त टीम ने फार्म हाउस और आलीराजपुर जिले में भी तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
⚖️ लोकायुक्त की कार्रवाई जारी
एसपी डॉ. सहाय ने बताया कि भदौरिया ने अपनी कई संपत्तियों की जानकारी छिपाई है।
उनके आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर जांच जारी है।
लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में भदौरिया से पूछताछ कर अघोषित संपत्तियों की पूरी जानकारी जुटाई जाएगी।
साभार…
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