Accidents: महाराष्ट्र के जलगांव जिले में 22 जनवरी को एक दिल दहला देने वाला ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें पुष्पक एक्सप्रेस के 23 यात्री कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य घायल हो गए।
घटना का विवरण
- हादसा पाचोरा स्टेशन के पास शाम 4:42 बजे हुआ।
- हादसे की वजह आग लगने की अफवाह बताई जा रही है, जो एक चायवाले द्वारा फैलाई गई थी।
- अफवाह सुनकर यात्रियों ने चलती ट्रेन से कूदना शुरू कर दिया।
- जंजीर खींचकर ट्रेन रोकी गई, जिससे अन्य यात्री भी कूदने लगे।
- इस बीच दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस (12627) ने यात्रियों को कुचल दिया।
चश्मदीदों की जुबानी
- कई यात्रियों ने बताया कि आग-आग की आवाज सुनकर अफरा-तफरी मच गई।
- मुंबई के साबिर और लखनऊ के राजीव शर्मा ने कहा, “हमने यात्रियों को चिल्लाते और भागते देखा। इसी दौरान कर्नाटक एक्सप्रेस आई और हादसा हो गया।”
- हादसे के बाद घटनास्थल पर खून और शवों का मंजर था।
हादसे की मुख्य वजहें
- आग लगने की अफवाह:
पुष्पक एक्सप्रेस के कोच में ब्रेक जैमिंग के कारण धुआं उठा, जिसे आग की अफवाह मान लिया गया। - खतरनाक लोकेशन:
घटनास्थल पर शार्प टर्न था, जिससे दूसरे ट्रैक पर आती ट्रेन का अंदाजा नहीं लग पाया।
मृतकों और घायलों की जानकारी
- मृतकों में 10 की पहचान हो चुकी है, जिनमें 3 नेपाल के निवासी हैं।
- पहचान हुए मृतक:
- हिमू नंदराम विश्वकर्मा (11, नेपाल)
- लच्छी राम पासी (23, नेपाल)
- कमला नवीन भंडारी (43, नेपाल)
- जवाकला भाटे (50)
- नसीरुद्दीन बदरुद्दीन सिद्दीकी (20, गोंडा)
- इंतियाज अली (35, यूपी)
- बाबू खान (30)
सरकार की प्रतिक्रिया और मुआवजा
- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मृतकों के परिजनों को 1.5 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये, और मामूली घायलों को 5 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की।
रेलवे का बयान
- रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा ब्रेक बाइंडिंग के कारण उठी चिनगारी से हुआ।
- यात्रियों ने जंजीर खींची और घबराहट में ट्रेन से कूद गए।
भविष्य के लिए सबक
यह घटना यात्रियों में जागरूकता और रेलवे सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाने की आवश्यकता पर जोर देती है। अफवाहों से बचने और इमरजेंसी स्थितियों में सही जानकारी फैलाने के लिए रेलवे को पुख्ता व्यवस्था करनी होगी।
source internet… साभार….
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