Accidents: शाहपुर, बैतूल | मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में भौंरा चौकी में पदस्थ आरक्षक करण सिंह ठाकुर (30) की जान चली गई। वे एक वारंट तामील कर वापस लौट रहे थे, तभी रामपुरमाल डिपो के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गई और पेड़ से टकरा गई।
ड्यूटी से लौटते वक्त हुआ हादसा
थाना प्रभारी मुकेश ठाकुर के अनुसार, करण सिंह इटारसी की तरफ से लौट रहे थे। रात का समय और सड़क का मोड़ उनके लिए घातक साबित हुआ। गाड़ी पलटने से वे कार से बाहर गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सुबह राहगीर की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जेब से मिले आधार कार्ड के जरिए पहचान की।
करण की कहानी – कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण की मिसाल
- 2018 में पुलिस सेवा ज्वाइन करने वाले करण सिंह अपने साथी शुभम ठाकुर के अनुसार, “वे बेहद मिलनसार और कर्तव्य के प्रति सजग व्यक्ति थे। हमने साथ में ज्वाइन किया था, आज उनका इस तरह जाना बहुत दुखद है।”
- उनका पूरा परिवार पुलिस सेवा से जुड़ा रहा। पिता सुखलाल पुलिस में थे, और भाई दीपक ठाकुर भी वर्तमान में नर्मदापुरम में तैनात हैं।
- परिवार पहले ही कई दुख झेल चुका है—एक भाई की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है, और अब करण भी चल बसे।
छोटा बेटा, टूटा परिवार
करण की तीन साल पहले नेहा ठाकुर से शादी हुई थी। उनका डेढ़ साल का बेटा है। हादसे के वक्त नेहा अपने मायके में एक पूजा कार्यक्रम में थीं। जैसे ही खबर मिली, परिवार शाहपुर पहुंच गया और मातम का माहौल पसर गया।
विभाग ने बढ़ाया सहयोग का हाथ
एएसपी कमला जोशी मौके पर पहुंचीं और परिजनों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता विभाग की ओर से सौंपी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, विभाग हरसंभव मदद करेगा।
एक अंतिम सलाम
करण सिंह ठाकुर की मौत सिर्फ एक सड़क हादसा नहीं, बल्कि कर्तव्य निभाते हुए हुए बलिदान है। एक ऐसा सिपाही, जिसने अपना परिवार भी खोया, लेकिन अपनी जिम्मेदारी नहीं छोड़ी। उनका नाम हमेशा उन “शहीदों की सूची” में दर्ज रहेगा, जिन्होंने देश की सेवा करते हुए प्राण गंवाए।
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