Advice: नई दिल्ली। दुनिया एक बार फिर कोविड-19 के नए खतरे से जूझने को तैयार हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि कोरोना का नया वेरिएंट NB.1.8.1 तेजी से फैल रहा है और यह आने वाले समय में चुनौती बन सकता है। भारत समेत अमेरिका, चीन, सिंगापुर, हांगकांग और थाईलैंड में इसके मामले बढ़ रहे हैं।
🔬 NB.1.8.1: नया खतरा या पुरानी यादें?
NB.1.8.1 वेरिएंट दरअसल ओमिक्रॉन का एक सब-वेरिएंट है। यह वेरिएंट चीन, अमेरिका और यूरोप में तेजी से फैल रहा है, जबकि भारत में इसके साथ-साथ LF.7 के मामलों में भी तेजी देखी गई है। WHO ने NB.1.8.1 को अब “वेरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग” की श्रेणी में रखा है, जिसका मतलब है कि यह वेरिएंट विशेष निगरानी के लायक है।
📈 भारत में क्या है स्थिति?
भारत में संक्रमण में हल्की लेकिन लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कुछ नए केस सामने आए हैं। हालांकि ज़्यादातर मरीजों में लक्षण हल्के हैं – जैसे बुखार, खांसी और गले में खराश। अस्पताल में भर्ती होने की दर बेहद कम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि हर्ड इम्युनिटी और वैक्सीनेशन की वजह से देश में हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं।
🧬 WHO की चेतावनी और सलाह
WHO ने सभी देशों को सतर्क रहने और निगरानी तंत्र को मजबूत करने की सलाह दी है:
- टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग को बढ़ाया जाए ताकि नए वेरिएंट्स की पहचान समय पर हो सके।
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना अनिवार्य बनाया जाए।
- हाथों की स्वच्छता और सामाजिक दूरी का पालन जारी रखा जाए।
- हल्के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और ज़रूरत पड़ने पर आइसोलेट हों।
- बूस्टर डोज विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को दी जाए।
👵 बुजुर्गों और बच्चों पर ज्यादा असर संभव
हालांकि NB.1.8.1 से गंभीर बीमारी का खतरा अभी कम माना जा रहा है, लेकिन बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह जोखिम भरा हो सकता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि ऐसे लोग घर पर रहें और अनावश्यक बाहर न निकलें।
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